चौधरी लक्ष्मी नारायण को गन्ना मंत्रालय मिलने से मथुरा के लोगों को शुगर मिल शुरू होने की बढ़ी उम्मीदें

टीम भारत दीप |

देखरेख न होने के कारण मिल कबाड़ खाने में तब्दील होती जा रही है।
देखरेख न होने के कारण मिल कबाड़ खाने में तब्दील होती जा रही है।

मथुरा के छाता में आगरा मण्डल की एक मात्र शुगर मिल है। 1974 में बनी यह शुगर मिल 2008-09 में तत्कालीन बसपा सरकार बन्द कर दी गई थी। तब से लेकर आज तक यह मिल कबाड़ में तब्दील होती चली गयी। किसानों ने इसे शुरू कराने के लिए छाता से लेकर लखनऊ तक दरवाजे खटखटाये लेकिन सफलता नहीं मिली।

मथुरा। मथुरा जिले छाता क्षेत्र में लगी गन्ना मिल के कई सालों से बंद होने की वजह से किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में यहां के किसान लंबे समय से सरकार से बंद पड़ी गन्ना मिल को फिर से शुरू कराने की मांग कर रहे थे। ऐसे में अब छाता विधानसभा सीट से भाजपा विधायक चौधरी लक्ष्मी नारायण को गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्रालय मिलने से यहां के लोगों की उम्मीदें फिर जग गई है। 

2008-09 में बंद हुई थी शुगर मिल

मथुरा के छाता में आगरा मण्डल की एक मात्र शुगर मिल है। 1974 में बनी यह शुगर मिल 2008-09 में तत्कालीन बसपा सरकार बन्द कर दी गई थी। तब से लेकर आज तक यह मिल कबाड़ में तब्दील होती चली गयी।

किसानों ने इसे शुरू कराने के लिए छाता से लेकर लखनऊ तक दरवाजे खटखटाये लेकिन सफलता नहीं मिली। मिल बंद होने के बाद देखरेख न होने के कारण मिल कबाड़ खाने में तब्दील होती जा रही है, वहां से मशीनरियों के पार्ट भी चोरी होने लगे है। 

100 एकड़ में बनी हुई है शुगर मिल

आगरा दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर बनी यह शुगर मिल करीब सौ एकड़ के भूभाग में फैली है। जब मिल चल रही थी, तब उस समय 700 मजदूर कर्मचारी काम करते थे। इस मिल में 41 लाख कुंटल गन्ने की एक सत्र में पिराई होती थी। यह एक रिकॉर्ड था। इस मिल से उस समय करीब 45 हजार किसान जुड़े थे।

चुनाव से पहले चौधरी ने किया था वादा

आपकों बता दें कि विधानसभा चुनाव के दौरान लक्ष्मीनारायण चौधरी ने किसानों से बंद पड़ी मिल को फिर से शुरू कराने का वादा किया था। वहीं इस मिल को शुरू कराने के लिए 2021 में भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट ने धरना प्रदर्शन किया था।

करीब एक महीने तक चला धरना प्रदर्शन के बाद किसान यूनियन ने इसे शुरू करने के मिले आश्वशन के बाद धरना स्थगित कर दिया था।विधानसभा चुनाव के दौरान भी यह मुद्दा हावी रहा। उस समय भी सभाओं में चौधरी लक्ष्मी नारायण ने इसे चुनाव बाद जल्द शुरू करने की बात कही थी। अब चौधरी लक्ष्मी नारायण के गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्री बनने के बाद इस मिल के जल्द शुरू होने की उम्मीद जग गयी है।

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