महिला ने ससुराल जाने से किया इन्कार, बोलीं जब तक शौचालय नहीं बनेगा नहीं जाउंगी

टीम भारत दीप |

महिला  का कहना है कि ससुराल में शौचालय नहीं है। खुले में जाना पड़ता है।
महिला का कहना है कि ससुराल में शौचालय नहीं है। खुले में जाना पड़ता है।

महिला अभी भी शौचालय न बनने तक ससुराल न जाने पर कायम है। महिला का कहना है कि उसे शौच के लिए घर से बाहर जाना पड़ता है। पति ने एक माह के भीतर शौचालय बनवाने का भरोसा दिया है।

गोरखपुर। गोरखपुर की एक महिला ने ससुराल जाने से केवल इसलिए इन्कार कर दिया क्योंकि उसकी ससुराल में न तो शौचालय है न ही बाथरूम और न ही गैस कनेक्शन नहीं है।

महिला का कहना है कि पति पहले शौचालय बनवाए, गैस कनेक्शन ले और हैंडपंप की घेराबंदी करवाए तभी  ससुराल आएगी। परेशान पति पुलिस थाने पहुंच गया। पुलिस ने दोनों को थाने बुलाकर समझौता कराने की कोशिश की।

महिला अभी भी शौचालय न बनने तक ससुराल न जाने पर कायम है। महिला का कहना है कि उसे शौच के लिए घर से बाहर जाना पड़ता है। पति ने एक माह के भीतर शौचालय बनवाने का भरोसा दिया है।

चार साल पहले हुई शादी

पिपरी गांव निवासी जनकराज की बेटी ओमलता का विवाह चार साल पहले चरगांवा ब्लॉक के सियारामपुर के अहिरौली टोला निवासी साहब निषाद के साथ हुआ था। ओमलता छठ पर्व पर अपने मायके गई थी।

तब से ससुराल नहीं गई। कई बार पति और ससुरालीजन उसे लेने के लिए पिपरी गांव पहुंचे, लेकिन उसने आने से मना कर दिया। उसका कहना है कि ससुराल में शौचालय नहीं है। खुले में जाना पड़ता है। पति से कई बार कहा, लेकिन उसकी बात नहीं सुनी गई।

 पुलिस ने मायके और ससुराल पक्ष को बुलाकर समझाया। चौकी प्रभारी वीरेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि दोनों के बीच समझौता हो गया है। ओमलता ने कहा है कि एक माह के भीतर शौचालय बनने पर वह ससुराल जाएगी।

ग्राम सचिव अक्षर गौड़ ने कहा कि शौचालय बनवाने के लिए सामग्री दी जा रही थी, लेकिन परिवार को कोई जिम्मेदार बनवाने के लिए तैयार नहीं हुआ। इसलिए खाते में धनराशि नहीं दी गई। अगर कोई बनवाने के लिए तैयार हो तो धनराशि दे दी जाएगी।


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