यूपी: अपने नाना के लिए सोनू सूद से ऑक्सीजन मांगने वाले युवक पर केस दर्ज, ये है पूरा मामला

टीम भारत दीप |

शशांक के खिलाफ महामारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
शशांक के खिलाफ महामारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।

युवक शशांक यादव ने 26 अप्रैल की रात अपने टि्वटर हैंडल से बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद को टैग करते हुए ट्वीट में कहा,''ऑक्सीजन सिलेंडर की जल्द से जल्द जरूरत है। जिसके बाद शशांक का ट्वीट देख क्षेत्रीय भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने 27 अप्रैल को किए गए ट्वीट में कहा,''मैंने शशांक को तीन बार कॉल किया मगर फोन नहीं उठा।

अमेठी। कोरोना कहर के बीच शासन—प्रशासन का वह संवेदनहीन चेहरा भी देखने को मिल गया जिसे कोई नहीं देखना चाहेगा। दरअसल अपने नाना के ऑक्सीजन की गुहार लगाना एक युवक को इतना भारी पड़ गया कि इसके लिए उसे गिरफ्तार कर लिया गया। दरअलस मामला यूपी के अमेठी जिले का है।

दरअसल एक युवक ने अपने 88 वर्षीय नाना के लिए ऑक्सीजन की जरूरत वाला ट्वीट किया तो युवक के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। बताया गया कि युवक शशांक यादव ने 26 अप्रैल की रात अपने टि्वटर हैंडल से बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद को टैग करते हुए ट्वीट में कहा,''ऑक्सीजन सिलेंडर की जल्द से जल्द जरूरत है।

 जिसके बाद शशांक का ट्वीट देख क्षेत्रीय भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने 27 अप्रैल को किए गए ट्वीट में कहा,''मैंने शशांक को तीन बार कॉल किया मगर फोन नहीं उठा। मैंने जिलाधिकारी और अमेठी पुलिस को जरूरतमंद व्यक्ति की मदद के लिए कह दिया है।

उधर अमेठी के पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह ने बुधवार को इस बारे में पूछे जाने पर कहा, ''शशांक ने रिश्ते में अपने नाना लगने वाले बुजुर्ग के लिए ऑक्सीजन उपलब्ध कराने को कहा था। बताया गया कि उसने ट्वीट में यह नहीं लिखा था कि उसके नाना कोविड-19 संक्रमित हैं या नहीं।

उनके मुताबिक जब शशांक के मोबाइल नंबर पर फोन किया गया तो उसका फोन नहीं उठा। कहा गया हमने सोचा कि हो सकता है कि वह किसी मुश्किल में हो इसलिए फोन नहीं उठा रहा है। बताया गया कि हमने सर्विलांस का इस्तेमाल किया और शशांक की मौजूदगी का पता लगाया और उसके घर पहुंचे।

जहां वह सो रहा था। पुलिस अधीक्षक के मुताबिक शशांक का घर अपने नाना के घर से 20 किलोमीटर दूर है और वह वहां बमुश्किल पांच मिनट के लिए ही गया था। बताया गया कि उसके बाद उसने वह ट्वीट कर दिया। बताया गया कि शशांक का मकसद वह ट्वीट कर सनसनी और डर फैलाने का था।

उसके बाद शशांक के खिलाफ महामारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। बताया गया कि अपराध प्रक्रिया संहिता की धारा 41 के तहत उसे नोटिस तामील कराने के बाद चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है।

इस दरम्यान जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आशुतोष दुबे के मुताबिक शशांक के नाना का कोविड-19 परीक्षण नहीं कराया गया था और वह एक निजी चिकित्सालय में इलाज करा रहे थे। बताया गया कि उन्हें पास के ही रामगंज या भादर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भी नहीं ले जाया गया था।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी के मुताबिक शशांक के नाना की ऑक्सीजन की कमी के कारण मृत्यु होने का दावा भी सही नहीं है। वहीं अमेठी पुलिस ने अपने एक ट्वीट में कहा कि  ''ना तो मरीज कोविड-19 संक्रमित था और ना ही उसे ऑक्सीजन की जरूरत थी। बताया गया कि उसकी मृत्यु 26 अप्रैल को दिल का दौरा पड़ने से हुई है।

कहा गया कि शशांक ने जिस तरह का ट्वीट किया वह न सिर्फ निंदनीय है बल्कि दंडनीय भी है।


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