यूपी के बलिया में कोटे की दुकान के लिए मर्डर, भाजपा नेता ने खुली सभा में युवक को गोली मारी

टीम भारत दीप |
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लोगों ने पथराव शुरू कर दिया और लाठी डंडा लेकर हमलावर पक्ष के लोगों से भिड़ गए। इस दौरान भी मारपीट में भी कई लोग घायल हो गए हैं।

बलिया। सत्ता का अहंकार व्यक्ति को कितना दुस्साहसी बना देता है यह आज उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में देखने को मिला। यहां कोटे की दुकान के चयन को लेकर हो रही बैठक के दौरान भाजपा नेता ने पुलिस और अधिकारियों के सामने ही एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी। 

युवक पर ताबड़तोड़ चली गोलियों से यहां कोहराम मच गया। लोगों ने पथराव शुरू कर दिया और लाठी डंडा लेकर हमलावर पक्ष के लोगों से भिड़ गए। इस दौरान भी मारपीट में भी कई लोग घायल हो गए हैं। 

कुछ ही समय में यह खबर जंगल में लगी आग की तरह फैल गई। घटना को लेकर सूबे में गरमाती सियासत के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी तल्ख तेवर दिखाते हुए एसडीएम, सीओ समेत मौके पर मौजूद सभी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है।  

वहीं हत्यारोपित भाजपा नेता पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। हत्यारोपी धीरेंद्र भाजपा के सैनिक प्रकोष्ठ का जिलाध्यक्ष है।

बताया गया है कि ग्राम सभा दुर्जनपुर और हनुमानगंज की कोटे की दो दुकानों के आवंटन के लिए गुरुवार की दोपहर में पंचायत भवन पर खुली बैठक चल रही थी। इस दौरान यहां एसडीएम बैरिया सुरेश पाल, सीओ बैरिया चंद्रकेश सिंह के साथ ही रेवती थाने की पुलिस फोर्स मौजूद थी। 

दुकानों के लिए चार स्वयं सहायता समूहों ने आवेदन किया था। दुर्जनपुर की दुकान के लिए आम सहमति नहीं बन सकी। लिहाजा दो समूहों मां सायर जगदंबा स्वयं सहायता समूह और शिव शक्ति स्वयं सहायता समूह के बीच मतदान कराने का निर्णय लिया गया। 

अधिकारियों ने कहा कि वोटिंग वही करेगा जिसके पास आधार अथवा अन्य कोई पहचान पत्र होगा। एक पक्ष के पास आधार व पहचान पत्र मौजूद था लेकिन दूसरे पक्ष के पास कोई आईडी प्रुफ नहीं था। इसको लेकर दोनों पक्षों के बीच हंगामा शुरू हो गया। 

मामला बिगड़ता देख बैठक की कार्रवाई को स्थगित कर अधिकारी चले गए। मौके पर मौजूद रेवती पुलिस दोनों पक्षों को समझाने व हंगामा शांत कराने में जुट गई। एक पक्ष अधिकारियों पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी करने लगा। इसी दौरान दूसरे पक्ष के लोगों से भिड़ंत हो गई। 

बात बढ़ी तो लाठी-डंडे के साथ ही ईट-पत्थर चलने लगे। इसी बीच एक पक्ष की ओर से भाजपा नेता धीरेंद्र ने जयप्रकाश को ताबड़तोड़ चार गोलियां मार दीं। गोली चलते ही अफरातफरी मच गई। जयप्रकाश को लेकर लोग सीएचसी सोनबरसा पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 

इसके बाद तनाव को देखते हुए कई थानों की फोर्स पहुंच मौके पर पहुंच गई। बड़ी मशक्कत के बाद मामला संभाला जा सका। बताया जा रहा है कि हत्यारोपी धीरेंद्र भाजपा नेता और इलाके के भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह का करीबी भी है। वह भाजपा सैनिक प्रकोष्ठ का जिलाध्यक्ष है। 

अपने बयानों के कारण चर्चा में रहने वाले विधायक ने घटना को ‘कैजुअल्टी’ करार देते हुए कहा कि ऐसी वारदात कहीं भी हो सकती है। उन्होंने कहा कि घटना में दोनों तरफ से पथराव हुआ था। मामले में कानून अपना काम करेगा। वहीं इस खबर के फैलते ही सूबे की सियासत गरमागई। 

मामले को लेकर सीएम योगी ने सख्त तेवर दिखाते हुए एसडीएम सुरेश चंद्र पाल, पुलिस क्षेत्राधिकारी चंद्रकेश सिंह और मौके पर मौजूद सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित करने और घटना के दोषियों के खिलाफ ‘कठोरतम’ कार्रवाई के आदेश दिए हैं। 

वहीं इस मामले में जय प्रकाश के भाई चंद्रमा की शिकायत पर चार नामजद और 15 से 20 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। वहीं मौके पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।


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