यूपी: डॉक्टर अब सिर्फ करेंगे डॉक्टरी, प्रशासनिक कामों के लिए सरकार एमबीए युवाओं को देगी मौका

टीम भारत दीप |

टीम—9 की बैठक में सीएम योगी ने लिया निर्णय।
टीम—9 की बैठक में सीएम योगी ने लिया निर्णय।

अब यूपी के सरकारी डॉक्टरों को प्रशासनिक कामों में नहीं लगाया जाएगा। बताया गया कि वे अब सिर्फ मरीजों का इलाज करेंगे। वहीं प्रशासनिक कामों के लिए एमबीए कर चुके युवाओं को सरकार मौका देगी। बताया गया कि ​सरकार के इस निर्णय के बाद 450 से ज्यादा विशेषज्ञ डॉक्टर सरकारी अस्पतालों को मिलेंगे यानी डॉक्टरों की कमी से कुछ हद तक राहत मिलेगी।

लखनऊ। डाक्टरों की कमी के कारण इलाज के लिए जूझ रहे मरीजों को योगी सरकार ने नया ऐलान करते हुए राहत दी है। दरअसल यूपी में अब डाक्टर सिर्फ मरीजों के लिए का काम ही करेंगे। प्रशासनिक कामों के लिए सरकार एमबीए कर चुके युवाओं को मौका देगी। जानकारी के मुताबिक अब यूपी के सरकारी डॉक्टरों को प्रशासनिक कामों में नहीं लगाया जाएगा।

बताया गया कि वे अब सिर्फ मरीजों का इलाज करेंगे। वहीं प्रशासनिक कामों के लिए एमबीए कर चुके युवाओं को सरकार मौका देगी। बताया गया कि ​सरकार के इस निर्णय के बाद 450 से ज्यादा विशेषज्ञ डॉक्टर सरकारी अस्पतालों को मिलेंगे यानी डॉक्टरों की कमी से कुछ हद तक राहत मिलेगी। बताया गया कि निदेशालय और अन्य सरकारी महकमों में तैनात डॉक्टरों को अस्पताल में इलाज करना होगा।

बताया गया कि अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी को देखते हुए टीम - 9 की बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह निर्णय लिया है। सीएम योगी के आदेश के मुताबिक सभी डॉक्टर अपने प्रशासनिक कार्यों से मुक्त होंगे। बताया गया कि अभी कई विशेषज्ञ डॉक्टर प्रशासनिक सेवाओं में लगे है। इस कारण स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ता है।

आदेश में यह स्पष्ट कर दिया गया है कि सरकारी सेवा में कार्यरत चिकित्सक अब केवल चिकित्सकीय कार्य करेंगे। दरअसल अभी तक डॉक्टर डॉयरेक्ट से लेकर कई तरह के काम निपटाते रहे है। इसमें स्वास्थ्य निदेशायल, सीएमओ कार्यालय, मलेरिया विभाग समेत कई जगहों पर डॉक्टर ही काम संभाल रहे हैं।

वहीं निर्देश में यह स्पष्ट कर दिया गया है कि स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग के अस्पतालों में तैनात चिकित्सक अब सिर्फ मरीजों के इलाज का काम देखेंगे। कहा गया कि उनको जल्द ही अपनी प्रशासनिक जिम्मेदारी छोड़नी पड़ेगी। उधर पीएसएम संघ के जनरल सेक्रेट्री अनिल सिंह के मुताबिक इससे सरकारी सिस्टम में 450 से अधिक सीनियर डाॅक्टर्स की वापसी होगी।

वहीं लिए गए निर्णय के मुताबिक प्रशासनिक काम के लिए एमबीए पास को प्राथमिकता देने की बात सामने आ रही है। बताया गया कि इसमें खासकर युवाओं को मौका देने की बात है। ऐसे में कहा जा रहा है कि इससे नए लोगों के लिए जॉब के रास्ते भी खुलेंगे। वहीं उनका चयन सरकारी होगा, या कान्ट्रैक्ट पर, यह अभी त​क स्पष्ट नहीं है।


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