योगी सरकार ने फिर रचा इतिहास, प्रदेश में एक साथ शुरू किए पांच हजार स्वास्थ्य उपकेंद्र

टीम भारत दीप |

लोकार्पण से जनता को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
लोकार्पण से जनता को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

वर्चुअली उद्घाटन के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक नागरिक के जीवन और स्वास्थ्य की सुरक्षा के प्रति राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। पिछले साढ़े चार वर्षों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और उसमें सुधार के अभूतपूर्व व उल्लेखनीय प्रयास किए गए हैं, जिनके बेहतर परिणाम अब दिखाई देने लगे हैं।

लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश सरकार अपने हर उस वादे को पूरे करने में जुटी है,जिसका उसने विधानसभा चुनाव का दौरान एलान किया था। प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरूस्त करने के क्रम में  मेडिकल कॉलेज की स्थापना के बाद।

सीएम योगी ने रविवार को विभिन्न जिलों में बनाए गए कुल पांच हजार स्वास्थ्य उपकेंद्रों का वर्चुअली शुभारंभ किया। उन्होंने पंद्रह बीएसएल-2 प्रयोगशाला और मां नवजात एप (मंत्र) का लोकार्पण करने के साथ ही मातृ स्वास्थ्य एवं टीकाकरण सेवाओं में उत्कृष्ट सेवाएं देने वाली एएनएम को प्रशस्ति पत्र सौंपकर सम्मानित भी किया।

हर नागरिक के स्वास्थ्य के लिए फिक्रमंद

वर्चुअली उद्घाटन के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक नागरिक के जीवन और स्वास्थ्य की सुरक्षा के प्रति राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। पिछले साढ़े चार वर्षों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और उसमें सुधार के अभूतपूर्व व उल्लेखनीय प्रयास किए गए हैं, जिनके बेहतर परिणाम अब दिखाई देने लगे हैं।

पांच हजार नए स्वास्थ्य उपकेंद्रों, 15 बीएसएल-2 प्रयोगशालाओं और मां नवजात ट्रैकिंग एप (मंत्र) के लोकार्पण से जनता को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

एक दिन में पांच हजार उपस्वास्थ्य केंद्र

मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद 74 वर्षों तक उत्तर प्रदेश में 20,000 स्वास्थ्य उपकेंद्र थे, जबकि वर्तमान सरकार ने एक दिन में एक साथ 5,000 स्वास्थ्य उपकेंद्रों का शुभारंभ कर इतिहास रचा है।

यह स्वास्थ्य उपकेंद्र स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित क्षेत्रों और पिछड़े जिलों में जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में सक्षम होंगे। सीएम योगी ने आगाह किया कि देश और प्रदेश में कोविड को नियंत्रित करने में उल्लेखनीय सफलता मिली है, लेकिन कोरोना अभी समाप्त नहीं हुआ है। ओमिक्रॉन वैरिएंट विश्व के कई देशों में लोगों को बीमार कर रहा है। 

हर प्रसव के बाद दर्ज होगी जानकारी

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी सरकारी चिकित्सा इकाइयों में प्रसव के बाद सूचना का संकलन किए जाने के आशय से यह एप स्वास्थ्य सेवाओं में संचार क्रांति का महत्वपूर्ण प्रयोग साबित होगा। इससे मातृ शिशु मृत्यु दर में कमी आएगी।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री जयप्रताप सिंह और अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने भी विभाग की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। आभार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने व्यक्त किया। इस अवसर पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी भी उपस्थित थे।

इसे भी पढ़ें...


संबंधित खबरें