लखनऊ में चचेरे भाईयों ने ही लाठी-डंडों से पीटकर की युवक की हत्या

टीम भारत दीप |

पुलिस अब नामजद अन्य दो आरोपियों की तलाश कर रही है।
पुलिस अब नामजद अन्य दो आरोपियों की तलाश कर रही है।

अर्जुन बीते रोज अपने घर से मजदूरी करने के लिए पीजीआई जा रहे थे तभी हैवतमऊ के पास हैवतमऊ के ही रहने वाले उसके चचेरे भाई सिकंदर, पीतांबर और दिलीप ने रोक लिया।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी के पीजीआई थाना क्षेत्र में रिश्तेदारों के बीच हुए विवाद के बाद घायल मजदूर की इलाज के दौरान सिविल अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक के भाई द्वारा हमले के बाद लिखवाए गए मुकदमे को अब हत्या के मुकदमे में तरमीम कर दिया है। 

मृतक के भाई ने जिन लोगों का नाम तहरीर में लिया है उनमें से एक को पुलिस ने हिरासत मे ले लिया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी और मृतक चचेरे भाई हैं।

बताया गया है कि पीजीआई थाना क्षेत्र के एलडीको हैवतमऊ में अपने परिवार के साथ रहने वाले अर्जुन रावत 26 मजदूरी करते थे। अर्जुन बीते रोज अपने घर से मजदूरी करने के लिए पीजीआई जा रहे थे तभी हैवतमऊ के पास हैवतमऊ के ही रहने वाले उसके चचेरे भाई सिकंदर, पीतांबर और दिलीप ने रोक लिया। 

आरोप है कि वाद-विवाद के बाद तीनों ने अर्जुन पर लात घूसों और लाठी-डंडों से हमला कर उसे बुरी तरह से लहूलुहान कर दिया। रिश्तेदारों के हमले में घायल अर्जुन को पुलिस की मदद से सिविल अस्पताल मे भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान मंगलवार को उसकी मौत हो गई। 

सोमवार को तीन आरोपियों के खिलाफ अर्जुन रावत के भाई आजाद रावत ने पीजीआई थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। अब पुलिस ने हत्या के मुकदमे में तरमीम कर दिया है। इंस्पेक्टर पीजीआई केके मिश्रा के मुताबिक अर्जुन और सिकंदर के बीच प्रापर्टी को लेकर पुराना विवाद चल रहा था बताया जा रहा है। 

इससे पहले भी अर्जुन और आरोपियों के बीच झगड़ा हो चुका है। पुलिस ने तीनांे नामजद आरोपियो में से एक दिलीप को आज हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस अब नामजद अन्य दो आरोपियों की तलाश कर रही है।


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