प्रशासन सख्त: सपा नेता के अस्पताल में सेवाएं देने वाली 35 आशा कार्यकर्ता बर्खास्त

टीम भारत दीप |

सोमवार को सीएमओ डॉ. यशपाल सिंह ने आशाओं पर कार्रवाई की।
सोमवार को सीएमओ डॉ. यशपाल सिंह ने आशाओं पर कार्रवाई की।

मालूम हो कि 27 दिसंबर को प्राइवेट अस्पताल संचालक द्वारा आशा कार्यकर्ताओं को गिफ्ट देने के लिए एक समारोह किया गया था। इसकी सूचना किसी ने कलेक्टर को दे दी।कलेक्टर के निर्देश पर प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने छापा मारा था। छापा में 35 आशा कार्यकर्ता प्राइवेट अस्पताल से पकड़ी गई थी।

बदायूं।प्रदेश सरकार ने गांव-गांव आशा कार्यकर्ताओं की नियुक्ति की है। आशा कार्यकर्ताओं का मुख्य काम गांव की महिलाओं के स्वास्थ्य की देखभाल के अलावा गर्भवती महिलाओं को ​सरकारी अस्पताल में ले जाकर प्रसव करना तय किया गया है।

 प्रदेश बदायूं में एक अलग ही तरह का सिस्टम काम करने लगा था। यहां आशा कार्यकर्ता तनख्वाह तो सरकार से लेती थी लेकिन वह महिलाओं को प्रसव कराने के लिए सरकारी अस्पताल में न ले जाकर सपा नेता के प्राइवेट अस्पताल में ले जाती थी।

इसके बदले में उन्हें कमीशन और गिफ्ट भी मिलता था। मालूम हो कि 27 दिसंबर को प्राइवेट अस्पताल संचालक द्वारा आशा कार्यकर्ताओं को गिफ्ट देने के लिए एक समारोह किया गया था। इसकी सूचना किसी ने कलेक्टर को दे दी।

कलेक्टर के निर्देश पर प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने छापा मारा था। छापा में 35 आशा कार्यकर्ता प्राइवेट अस्पताल से पकड़ी गई थी। प्राइवेट अस्पताल (आयशा नर्सिंग होम)  में पकड़ी गईं आशाओं को आखिरकार सोमवार को बर्खास्त कर दिया।

सोमवार को सीएमओ डॉ. यशपाल सिंह ने आशाओं पर कार्रवाई की। आयशा नर्सिंगहोम में पकड़ी गयीं आशाओं को बर्खास्त कर दिया है।वहीं सीएमओ ने एमओआईसी एवं बीडीओ को पत्र जारी कर गांव-गांव से आशाओं के लिए प्रस्ताव मांग लिए ये हैं।

इन गांव में आशाओं की नयी तैनाती दी जाएगी। 27 दिसंबर को डीएम को किसी ने सूचना दी थी कि खेड़ा नवादा स्थित आयशा नर्सिंग होम पर आशाओं का सम्मेलन हो रहा है। तहसीलदार कर्मवीर सिंह, थाना प्रभारी सुधाकर पाण्डेय, सीएमओ की टीम ने छापा मारा था।

इस दौरान आयशा नर्सिंग होम में 39 महिलायें पकड़ी गईं थी, इसके अलावा संचालक सोहेल चौधरी, दो डॉक्टर भी पकड़ी थीं। यहां से गिफ्ट भी बरामद किये। करीब पांच जोड़ी साड़ियां मिलीं थी।

सभी को हिरासत में लेकर थाना लाया गया, यहां सभी पर मुकदमा दर्ज हुआ। जिसमें 35 आशायें, एक संचालक, एक स्टाफ नर्स और एक आशा थीं। देररात आशाओं व डॉक्टर, स्टाफ नर्स को छोड़ दिया था।

अगले दिन संचालक सोहेल चौधरी को जेल भेज दिया। सोहेल चौधरी सपा नेता स्वाले चौधरी का भाई हैं। इस मामले में बदायूं के सीएमओ डॉ. यशपाल सिंह ने बताया आयशा नर्सिंग होम में पकड़ी गयीं 35 आशाओं का मामला है।

जिनके द्वारा विभागीय कार्य प्रभावित कर प्राइवेट अस्ताल में सेवायें देने के मामले में प्राथमिकी पहले ही दर्ज करा दी गई है, अब सभी आरोपित आशा कार्यकर्ता को  डीएम के आदेश पर बर्खास्त कर दी गयीं हैं। इनकी जगह नई नियुक्ति की जाएगी। 


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