मेरठ में आक्सीजन की कमी से 5 मरीजों की मौत, परिजनों ने किया हंगामा

टीम भारत दीप |

आक्रोशित परिजन हंगामा करने लगे,कुछ परिजनों ने नाराज होकर अस्पातल में तोड़फोड़ भी की।
आक्रोशित परिजन हंगामा करने लगे,कुछ परिजनों ने नाराज होकर अस्पातल में तोड़फोड़ भी की।

संक्रमितों के घर वालों ने अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाया कि आक्सीजन की सप्लाई बंद होने के कारण पांच मरीजों की मौत हो गई। हालांकि आरोप सिर्फ दो मरीजों के परिजनों ने लगाया है,इसके बाद वहां जमकर हंगामा हुआ और अस्पताल परिसर मे तोड़फोड़ भी की गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को संभाला।

मेरठ। उत्तर प्रदेश में इस समय कोरोना संक्रमितों के इलाज और संसाधनों की कमी की वजह से मरीजों की मौत की खबरें लगातार मिल रही है। ताजा मामला प्रदेश मेरठ के न्यूटीमा अस्पताल से सामने आया है।

संक्रमितों के घर वालों ने अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाया कि आक्सीजन की सप्लाई बंद होने के कारण पांच मरीजों की मौत हो गई। हालांकि आरोप सिर्फ दो मरीजों के परिजनों ने लगाया है,इसके बाद वहां जमकर हंगामा हुआ और अस्पताल परिसर मे तोड़फोड़ भी की गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को संभाला।

न्यूटीमा अस्पताल में कोविड और नॉन कोविड मरीज भर्ती हैं, जानकारी के मुताबिक रविवार दोपहर से शाम तक अस्पताल में पांच लोगों की मौत हो गई। पांच मौतों से अस्पताल में अफरातफरी मच गई। इसी दौरान आईसीयू में शाम को अचानक तीन मरीजों की मौत हो गई।

परिजनों का कहना है कि ऑक्सीजन की सप्लाई रुकने से मरीज तड़पने लगे, इसके कुछ देर के बाद उनके मरीजों की मौत हो गई। इसे लेकर अस्पताल में हंगामा हो गया।आक्रोशित परिजन हंगामा करने लगे,कुछ परिजनों ने नाराज होकर अस्पातल में तोड़फोड़ भी की। अस्पताल प्रशासन ने सझाने का प्रयास किया, नहीं मानने पर पुलिस को बुलाना पड़ा। 

अस्पताल में हंगामे की सूचना पर बड़ी संख्या में पुलिस के जवान पहुंच गए।  पुलिस जवानों ने किसी तरह हालात पर काबू का पाया। चार घंटे तक हंगामा होता रहा। पुलिस के सामने ही परिजन हंगामा करते रहे लेकिन आला अधिकारियों के आने के बाद मामला शांत हो गया।

इस संबंध में सीएमओ अखिलेश मोहन का कहना है कि अस्पताल में आक्सीजन की कोई कमी नहीं थी, जब शिकायत मिली तो खुद मौेके पर पहुंचे और इसकी जांच की थी। कुछ लोगों को गलतफहमी हो गई थी, वहां पहुंचने के बाद स्थिति को संभाल लिया गया है।


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