आगरा: अक्तूबर में मिलेगी घर बैठे लर्निंग लाइसेंस बनवाने की सुविधा, यह करना होगा

टीम भारत दीप |

इसे एक सितंबर से चुनिंदा जिलों में लागू किया जाना था, जिसे आगे बढ़ा दिया गया।
इसे एक सितंबर से चुनिंदा जिलों में लागू किया जाना था, जिसे आगे बढ़ा दिया गया।

मालूम हो कि अभी लर्निंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन करके स्लॉट बुक करने के बाद कार्यालय आकर टेस्ट देने की व्यवस्था है। प्रतिदिन 300 आवेदकों के टेस्ट लिए जाते हैं। कार्यालय में कंप्यूटर पर आने वाले 14 में से नौ सवालों का सही जवाब आवेदक को देने होते हैं। एक सितंबर से लर्निंग लाइसेंस की प्रक्रिया ऑनलाइन की जानी थी।

आगरा। अभी तक लनिंग लाइसेंस बनवाने के लिए लोगों को काफी भागदौड़ करनी पड़ती थी, लेकिन जल्द ही लोगों को घर बैठे लर्निंग लाइसेंस बनवाने की सुविधा मिल जाएगी। यह सुविधा अक्तूबर के पहले सप्ताह से मिलने लगेगी।

आपको बता दें कि इस सुविधा को एक सितंबर से लागू करना था, लेकिन कुछ तकनीतिक समस्या की वजह से इसे आगे बढ़ा दिया गया।  शासन की ओर से बाराबंकी जिले में इस एप और सॉफ्टवेयर का ट्रायल रन सफल चल रहा था, जिसमें तकनीकी दिक्कतें सामने आई हैं। 

मालूम हो कि अभी लर्निंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन करके स्लॉट बुक करने के बाद कार्यालय आकर टेस्ट देने की व्यवस्था है। प्रतिदिन 300 आवेदकों के टेस्ट लिए जाते हैं। कार्यालय में कंप्यूटर पर आने वाले 14 में से नौ सवालों का सही जवाब आवेदक को देने होते हैं।

एक सितंबर से लर्निंग लाइसेंस की प्रक्रिया ऑनलाइन की जानी थी। इसके लिए बाराबंकी में ट्रायल रन चल रहा है, लेकिन वहां कुछ तकनीकी दिक्कतों के कारण आगरा समेत अन्य जिलों में इसे लागू नहीं किया जा सका। इसे एक सितंबर से चुनिंदा जिलों में लागू किया जाना था। जिसे आगे बढ़ा दिया गया।

इस संबंध में आगरा आरटीओ प्रमोद कुमार सिंह का कहना है कि आगरा में ऑनलाइन लर्निंग लाइसेंस की सुविधा इस माह के अंत या अक्तूबर के पहले सप्ताह तक शुरू कर दी जाएगी। इसको लेकर विभागीय तैयारियां पूरी हैं।

यह होगी ऑनलाइन डीएल की प्रक्रिया

घर बैठे ऑनलाइन टेस्ट देने की व्यवस्था के तहत यह प्रक्रिया समाप्त हो जाएगी। स्लॉट बाध्यता भी खत्म हो जाएगी। एक एप और सॉफ्टवेयर के जरिए टेस्ट होगा, जिसे घर बैठे की आवेदक दे सकेगा। टेस्ट में पास होने वाले अभ्यर्थी का डाटा विभाग के पास आ जाएगा।

उसको बॉयोमेट्रिक के लिए भी कार्यालय नहीं आना होगा। आधार कार्ड से मिलान होने पर उसका डाटा स्वयं सिस्टम में फीड हो जाएगा। अगर, आधार कार्ड से डाटा नहीं मिला तो उसे बॉयोमेट्रिक के लिए कार्यालय आना होगा।

वहीं, जो लोग घरों से लर्निंग लाइसेंस बनवाने में अक्षम होंगे, उनके लिए आरटीओ ऑफिस में ऑनलाइन आवेदन का केंद्र खोला जाएगा। इसके लिए नेशनल इंफॉर्मेशन सेंटर के माध्यम से प्रक्रिया की जा रही है। 

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