‘अयोध्या दीपोत्सव’ अयोध्या आने की जरूरत नहीं घर से ही जलाए आस्था का दीपक

टीम भारत दीप |
अपडेट हुआ है:

श्रद्धालु के विवरण के आधार पर रामलला की तस्वीर के साथ धन्यवाद-पत्र भी जारी होगा।
श्रद्धालु के विवरण के आधार पर रामलला की तस्वीर के साथ धन्यवाद-पत्र भी जारी होगा।

प्रदेश सरकार इस बार ऐसा प्रयास कर रही है, कि रामभक्त बिना अयोध्या पहुंचे ही प्रभु राम के दरबार में होने वाले दीपोत्सव में हाजिरी लगा सकेंगे,अयोध्या दीपोत्सव’ के लिए प्रदेश सरकार वेबसाइट लांच कर रही है।

खनऊ। प्रदेश सरकार इस बार ऐसा प्रयास कर रही है, कि रामभक्त बिना अयोध्या पहुंचे ही प्रभु राम के दरबार में होने वाले दीपोत्सव में हाजिरी लगा सकेंगे।‘

अयोध्या दीपोत्सव’ के लिए प्रदेश सरकार वेबसाइट लांच कर रही है। यहां जाकर भक्त घर से ही अपने नाम से वर्चुटल दीप जला सकेंगे।  अयोध्या दीपोत्सव’ में कोई भी श्रद्धालु राम दरबार में आस्था का दीप जलाने से वंचित न रहे।

योगी  सरकार ने सभी की सहभागिता सुनिश्चित करने की व्यवस्था की है। मुख्यमंत्री केनिर्देश पर सरकार एक पोर्टल तैयार करा रही है, जहां वर्चुअल दीप जलाए जा सकेंगे। 

मालूम हो कि प्रदेश सरकार द्वारा अयोध्या में भव्य रूप से दीपावली का आयोजन किया जाता है। इसी क्रम में इस साल भी आयोजन हो रहा है। इस साल कोरोना वायरस की वजह से सरकार का प्रयास है कि प्रदेश के लोग सुरक्षित रहकर भगवान के दरबार में हाजिरी लगाए।

वर्चुअल दीपोत्सव प्लेटफार्म वास्तविक जैसा अनुभव देगा। पोर्टल पर श्रीरामलला विराजमान की तस्वीर होगी। जिसके समक्ष दीप प्रज्ज्वलन होगा। जानकारी के अनुसार यहां सुविधा होगी कि श्रद्धालु अपने भावानुसार मिट्टी, तांबे, स्टील अथवा किसी अन्य धातु के दीप-स्टैंड का चयन करें।

घी, सरसों अथवा तिल के तेल का विकल्प भी उपलब्ध होगा। यही नहीं,श्रद्धालु अगर पुरुष है तो पुरुष अथवा महिला है तो महिला के वर्चुअल हाथ दीप प्रज्ज्वलित करेंगे।

दीप जलाने के बाद श्रद्धालु के विवरण के आधार पर रामलला की तस्वीर के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से धन्यवाद-पत्र भी जारी होगा। 13 नवम्बर को प्रस्तावित मुख्य समारोह से पूर्व यह वेबसाइट आमजन के लिए उपलब्ध हो जाएगी।

इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी दीपोत्सव में वर्चुअली सहभागिता कर रहे हैं। इस बार करीब साढ़े पांच लाख दीप जलाने की तैयारी है। मुख्यमंत्री योगी रामायण के प्रसंगों पर आधारित झांकियों का अवलोकन करेंगे।

साथ ही, श्रीराम, सीता और लक्ष्मण के स्वरूप, की आरती कर श्री राम का राज्याभिषेक करेंगे और जन्मभूमि परिसर में रामलला की आरती भी उतारेंगे।मुख्यमंत्री  का कहना है कि सरकार का प्रयास है कि प्रदेशवासियों को कारोना से बचाते हुए दीपोत्सव को भव्य-दिव्य बनाया जाए।

दीपोत्सव पर राम की पैड़ी के साथ सभी मठ मंदिरों व घरों में ऐसे दीप जलेंगे, जिससे भगवान राम की नगरी अयोध्या दीप के प्रकाश से पूरी तरह से अलोकित हो जाए। मालूम हो कि प्रभु के दरबार को भव्य बनाने के लिए दीपोत्सव की तैयारी कई दिनों से लगातार चल रही है।
 


संबंधित खबरें