स्मार्ट सिटी रैंकिंग में बनारस पहले से फिसलकर पहुंचा पांचवें पायदान पर, यूपी में अब भी अव्वल

टीम भारतदीप |

सीईओ गौरांग राठी का कहना है कि हम लगातार बेहतर से बेहतर करने का प्रयास कर रहे हैं।
सीईओ गौरांग राठी का कहना है कि हम लगातार बेहतर से बेहतर करने का प्रयास कर रहे हैं।

राष्ट्रीय स्तर की रैंकिंग में जनवरी 2020 में बनारस 13वें स्थान पर था। उसके बाद अगस्त 2020 में 7वां स्थान था पर सितम्बर में बनारस को प्रथम स्थान मिला था। स्मार्ट सिटी के लिए केंद्र सरकार बजट जारी करती है।

वाराणसी। स्मार्ट सिटी परियोजनाओं की पूर्णता और प्रगति दर के आधार पर 100 शहरों की तिमाही रैंकिग जारी की गई है। इस रैंकिंग में पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहले पायदान से फिसलकर पांचवें स्थान पर पहुँच गया है।

स्मार्ट सिटी के तहत कार्यों के प्रदर्शन पर आधारित राष्ट्रीय रैंकिंग में वाराणसी को पांचवां स्थान मिला है। सितम्बर-2020 में कोरोना काल के बावजूद राष्ट्रीय स्तर पर स्मार्ट सिटी की जारी रैंकिंग में प्रथम स्थान पाने वाले शहर बनारस को नई रैंकिंग से झटका लगा है।

राष्ट्रीय स्तर पर उसे पांचवां स्थान मिला है। वहीं प्रदेश स्तर पर बनारस अब भी प्रथम स्थान पर है। बता दें की राष्ट्रीय स्तर की रैंकिंग में जनवरी 2020 में बनारस 13वें स्थान पर था। उसके बाद अगस्त 2020 में 7वां स्थान था पर सितम्बर में बनारस को प्रथम स्थान मिला था।

स्मार्ट सिटी के लिए केंद्र सरकार बजट जारी करती है। इसका उपयोग सुनियोजित तरीके से करते हुए स्मार्ट सिटी श्रेणी में आने वाली सिटी को गतिमान परियोजनाओं एवं कार्यों की जानकारी, निविदाएं, व्यय, उपयोग किये गए बजट आदि के सम्बन्ध में सूचनाएं पोर्टल पर अपडेट करनी होती है।

इसी आधार पर रैंकिंग तय की जाती है। इस रिपोर्ट के आने के बाद स्मार्ट सिटी के सीईओ गौरांग राठी का कहना है कि हम लगातार बेहतर से बेहतर करने का प्रयास कर रहे हैं। आप देखिएगा कि वार्षिक रैंकिंग में हम बेहतर स्थिति में होंगे जो मार्च में आएगी।


 


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