भाजपा को पसंद है कांग्रेस की परम्परा! अपने नेताओं के नाम पर अब तक इन स्टेडियमों का किया नामकरण

टीम भारत दीप |

ठगा हुआ सिर्फ जनता ही महसूस करती है। हमारे माननीय नहीं।
ठगा हुआ सिर्फ जनता ही महसूस करती है। हमारे माननीय नहीं।

शायद यही कारण है कि जो पार्टी अब तक अपने आपको 'पार्टी विथ डिफरेंस' कहती थी। अब उसने खुद को लेकर यह कहना बंद कर दिया हैं। अब वो अपने नए स्वरूप में खुद को विश्व की सबसे बड़ी पार्टी कहलाना ही पसंद कर रही है और उसने 'पार्टी विथ डिफरेंस' का सियासी लबादा उतार फेंका है।

लखनऊ। सियासत में कब, कौन, किस करवट हो जाए। यह अन्दाजा लगाना मुश्किल है। विपक्ष में रहते जिन बातों को अनुचित कहा जाता है। सत्ता की चाबी मिलने पर वही सियासी दल उसी राह पर कदम बढ़ाने से कोई गुरेज नहीं करते हैं, जिसे वह अब तक अनुचित मानते रहे हैं। ऐसे में कहा जाए तो ठगा हुआ सिर्फ जनता ही महसूस करती है। हमारे माननीय नहीं।

शायद यही कारण है कि जो पार्टी अब तक अपने आपको 'पार्टी विथ डिफरेंस' कहती थी। अब उसने खुद को लेकर यह कहना बंद कर दिया हैं। अब वो अपने नए स्वरूप में खुद को विश्व की सबसे बड़ी पार्टी कहलाना ही पसंद कर रही है और उसने 'पार्टी विथ डिफरेंस' का सियासी लबादा उतार फेंका है। दरअसल हम बात कर रहे हैं विश्व की सबसे बड़ी पार्टी भारतीय जनता पार्टी की।

जोकि अब भारत की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस की परम्परा को आगे बढ़ाने में जुट गई है। ये बात यूं ही नहीं कही जा रही है। इसके पीछे तमाम उदाहरण है। बहरहाल अभी तो ताजा उदाहरण की ही बात करते हैं। दरअसल अब तक ज्यादातर स्टेडियमों के नाम राजनेताओं के नाम पर ही रखे जाते रहे है। यह प्रथा आज भी लगातार जारी है।

बताते चलें कि  अब तक जिन राजनेताओं के नाम पर स्टेडियमों के नाम रखे गए है। उनमें ज्यादातर कांग्रेस के ही रहे हैं। आपने तो जरूर सुना भी होगा जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, इंदिरा गांधी स्टेडियम, राजीव गांधी स्टेडियम इत्यादि के नाम । भाजपा विपक्ष में रहते हुए इसको लेकर कांग्रेस पर खूब तंज भी कसती थी।

लेकिन भाजपा के सत्तासीन होने के बाद से स्टेडियमों का नाम भाजपा के नेताओं के नाम पर भी रखने का जो सिलसिला शुरू हुआ वह मुसलसल जारी है। भाजपा ने इस परंपरा की शुरुआत उत्तर प्रदेश के लखनऊ से की थी। जब यहां अखिलेश सरकार के राज में बनाए गए इकाना स्टेडियम का नाम योगी सरकार के राज में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी अंतरराष्ट्रीय इकाना क्रिकेट स्टेडियम कर दिया गया था। 

इस परंपरा को आगे करते हुए दिल्ली के फिरोज शाह स्टेडियम का नाम अरुण जेटली के नाम पर कर दिया गया। और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ही नाम पर दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम मोटेरा स्टेडियम का नाम नरेंद्र मोदी स्टेडियम कर दिया गया है।

बताते चलें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने नवंबर 2018 में गोमती नगर विस्तार स्थित इकाना अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का नामकरण ‘भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी अन्तरराष्ट्रीय इकाना क्रिकेट स्टेडियम’ कर दिया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस स्टेडियम का लोकार्पण स्वयं किया था।

स्टेडियम का नाम बदलने की जानकारी प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन नितिन रमेश गोकर्ण ने एक बयान में दी थी। जिसमें बताया गया था कि लखनऊ विकास प्राधिकरण, इकाना स्पोर्ट्स सिटी प्रा. लि. एवं जी सी कन्स्ट्रक्शन एवं डेवलपमेन्ट इण्डस्ट्रीज प्रा.लि. के मध्य हुये करार में दी गयी व्यवस्था के परिप्रेक्ष्य में यह निर्णय लिया गया है।

जानकारी के मुताबिक इस स्टेडियम में पहली बार भारत और वेस्टइंडीज के बीच टी-20 मुकाबला हुआ था। इस स्टेडियम में पहली बार कोई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेला गया। बताया जाता है कि इस स्टेडियम की बैठक क्षमता 40 हजार दर्शकों की है और यहां अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सभी सुविधाएं मौजूद हैं। ये स्टेडियम हवाई अड्डे के नजदीक है और यहां कई पांच सितारा होटल भी हैं।

वहीं दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) ने सितंबर, 2019 में दिवंगत राजनेता और खेल प्रशासक अरुण जेटली की याद में फिरोजशाह कोटला का नमा अरुण जेटली स्टेडियम रखा था। यहां रंगारंग समारोह में गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्व वित्त मंत्री जेटली के परिवार की मौजूदगी में अरूण जेटली क्रिकेट स्टेडियम का डिजिटल तरीके से उद्घाटन किया था।

बताया गया कि अनावरण समारोह हालांकि जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम के भारोत्तोलन हाल में हुआ था। तब डीडीसीए अध्यक्ष रजत शर्मा ने कहा ने कहा था कि वह अरुण जेटली का सहयोग और प्रोत्साहन था जो कि विराट कोहली, वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, आशीष नेहरा, ऋषभ पंत और कई अन्य खिलाड़ियों ने भारत को गौरवान्वित किया है।

बताया गया कि दिल्ली सल्तनत के शासक फिरोज शाह तुगलक के नाम पर फिरोज शाह कोटला स्टेडियम का नाम रखा गया था। इसी क्रम में आज यानि बुधवार को देश के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम मोटेरा स्टेडियम का नाम बदलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर कर दिया गया है। अब गुजरात के अहमदाबाद का यह स्टेडियम नरेंद्र मोदी स्टेडियम के नाम से जाना जाएगा।

जानकारी के मुताबिक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस स्टेडियम का उद्घाटन किया। बताया जा रहा है कि गुजरात का यह नरेंद्र मोदी स्टेडियम विश्व का सबसे बड़ा स्टेडियम है। यहां स्टेडियम में 132000 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। जानकारी के मुताबिक अत्याधुनिक सुविधाओं वाला यह स्टेडियम दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम बन गया है।

बताया गया कि यहां पर 76 वातानुकूलित कॉरपोरेट बॉक्स हैं। बताते चलें कि 63 एकड़ में फैले हुए मोटेरा स्टेडियम को बनाने में करीब 700 करोड़ रुपए का खर्चा आया है और यहां पर खास तरह की लाल और काली मिट्टी का इस्तेमाल कर पिच बनाई गई है। बहरहाल भाजपा को कांग्रेस की परम्परा खूब भा रही है। देखना दिलचस्प होगा कि वह कांग्रेस की राह पर कितनी दूर अपने को ले जाती है।


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