जमीनी विवाद को लेकर खूनी संघर्ष, ईंट-पत्थर के बीच चली ताबड़तोड़ गोलियां, चार घायलों में दो की हालत नाजुक

टीम भारतदीप |

जमीनी विवाद में खूनी संघर्ष, ईंट-पत्थर के बीच चली ताबड़तोड़ गोलियां
जमीनी विवाद में खूनी संघर्ष, ईंट-पत्थर के बीच चली ताबड़तोड़ गोलियां

घटना की खबर चारों ओर देखते ही देखते आग की तरह फैल गई। जिसके बाद इलाके में हड़कंप मच गया। सूचना पर आला अफसरों के साथ कई थानों की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। सभी घायलों को केजीएमयू के ट्रामा सेन्टर में भर्ती कराया गया है।

लखनऊ । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित पारा इलाके में शुक्रवार की दोपहर  जमीनी विवाद देखते ही देखते खूनी संघर्ष में तब्दील हो गया। यहां ईंट-पत्थर के साथ-साथ ताबड़तोड़ गोलियां चलाई गई जिसमें एक महिला समेत चार लोग घायल हो गए।

घटना की खबर चारों ओर देखते ही देखते आग की तरह फैल गई। जिसके बाद इलाके में हड़कंप मच गया। सूचना पर आला अफसरों के साथ कई थानों की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। सभी घायलों को केजीएमयू के ट्रामा सेन्टर में भर्ती कराया गया है।

जहां दो की हालत नाजुक बताई जा रही है। वहीं एसीपी काकोरी के मुताबिक दोनों पक्षों के बीच 5 साल से 3 बीघा जमीन को लेकर विवाद चल रहा था जिसमें पहले भी निरोधात्मक कार्रवाई की जा चुकी है । एसीपी के अनुसार क्योंकि दोनों पक्षों के लोग घायल हैं। दोनों तरफ से मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर का इंतजार किया जा रहा है।

जानकारी के अनुसार पारा थाना क्षेत्र के रामपुर गांव में उमेश रावत की 3 बीघा जमीन है जिसे उमेश रावत द्वारा बेगरिया दुबग्गा काकोरी के रहने वाले सुशील रावत के नाम एग्रीमेंट किया गया था। बताया जा रहा है कि सुशील रावत एग्रीमेंट कराने के बाद रजिस्ट्री कराने में देरी कर रहा था जिसको लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद चल रहा था ।

शुक्रवार की दोपहर उमेश रावत और सुशील रावत के बीच जमीन की रजिस्ट्री को लेकर हुए विवाद के बाद दोनों पक्षों की तरफ से एक दूसरे पर पथराव शुरू हो गया और दोनों पक्षों की तरफ से गोलियां चलाई गई। जिसमें उमेश रावत और उमेश रावत के पिता जगन्नाथ रावत, माता रामदुलारी और सुशील रावत गंभीर रूप से घायल चारों लोगों को पुलिस ने मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सेंटर में भर्ती करा दिया है।

एसीपी काकोरी सैयद कासिम आब्दी के मुताबिक उमेश और जगन्नाथ के गोली लगी है, जबकि सुशील और उमेश की मां रामदुलारी के पथराव में चोट आई है । एसीपी के मुताबिक उमेश रावत ने अपनी 3 बीघा जमीन को बेगरिया दुबग्गा काकोरी के रहने वाले सुशील रावत को 5 वर्ष पूर्व बेची थी जिसका उमेश रावत ने सुशील रावत को एग्रीमेंट भी किया था लेकिन एग्रीमेंट का समय बीत जाने के बावजूद भी सुशील ने जमीन की रजिस्ट्री नहीं कराई ।

इस बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच कई बार झगड़े हुए है जिसमें पारा पुलिस द्वारा 107 ,116 के तहत कार्रवाई करने के साथ ही सुशील रावत पर उमेश रावत की तरफ से मुकदमा भी दर्ज किया गया था । एसीपी के अनुसार मौका-ए-वारदात से 32 बोर के खोखे बरामद हुए हैं जबकि असलहा अभी बरामद नहीं हुआ है ।

एसीपी ने बताया कि दोनों तरफ से तहरीर का इंतजार किया जा रहा है मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जाएगी। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि शुक्रवार की दोपहर उमेश रावत और सुशील रावत की तरफ से तमाम लोग एकत्र होने के बाद दोनों तरफ से एक दूसरे पर पथराव किया गया पथराव के उपरांत कई राउंड गोलियां चली।

लोगों का कहना है कि 3 बीघा जमीन को लेकर चल रहे विवाद में पारा पुलिस की पहले भी लापरवाही देखने को मिली थी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि आज गोली चलने की घटना में भी पारा पुलिस की लापरवाही हैं । यह भी बताया जा रहा है कि सुशील रावत सांसद कौशल किशोर का रिश्तेदार है।

वहीं एसीपी के मुताबिक पारा पुलिस की इस प्रकरण में लापरवाही अभी तक सामने नहीं आई है, क्योंकि जमीनी विवाद पुराना था और इसमें पुलिस एक नहीं बल्कि कई बार कार्यवाही भी कर चुकी है । वहीं पारा थाना क्षेत्र के रामपुर गांव में हुई इस ताबड़तोड़ फायरिंग की घटना के बाद गांव के लोगों में दहशत का माहौल है।

एहतियात के तौर पर घटनास्थल के आसपास गांव में पुलिस फोर्स को तैनात कर दिया गया है।


संबंधित खबरें