मां सरस्वती के मंदिर में बच्चों का हुआ स्वागतः 11 माह बाद बंद पड़े स्कूलों में आई बहार

टीम भारत दीप |
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बच्चों की थर्मल स्क्रीनिंग मास्क सैनिटाइजेशन पर ध्यान दिया जा रहा है।
बच्चों की थर्मल स्क्रीनिंग मास्क सैनिटाइजेशन पर ध्यान दिया जा रहा है।

50 फीसदी उपस्थिति के साथ अभिभावकों की अनुमति से ही बच्चों को स्कूल बुलाया गया है। गोरखपुर में सीबीएसई बोर्ड 119 आईसीएसई बोर्ड 19 और परिषदीय के करीब 2500 स्कूल हैं। जिसमें परिषदीय सभी स्कूल सुबह 9 बजे से 3 बजे तक चलेंगे।

गोरखपुर। वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से पिछले 11 माह से बंद स्कूलों में आज से फिर बच्चों की नोक-झोंक और गुरुजी की कक्षा शुरू हो गई। कोरोना के कारण बंद स्कूलों में आज जैसे ही बच्चों की आवक हुई वीरान पड़े स्कूलों में बहार सी आ गई।  

लंबे समय बाद स्कूल में आए विद्यार्थियों का रुझान बढ़ाने के लिए स्कूलों में उत्सव मनाया जा रहा है। स्कूलों को फूल, गुब्बारों, झंडियों और रंगोली से सजाया गया है। कई विद्यालयों में चॉकलेट, टॉफी और तिलक लगाकर बच्चों का स्वागत किया गया।

प्रोटोकाल का  हो रहा पालन

महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद की ओर से सभी स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि वह कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराएं। ऐसे में सभी विद्यार्थियों को थर्मल स्क्रिनिंग के साथ ही प्रवेश दिया गया।

 महानिदेशक ने बताया कि प्रेरणा ज्ञानोत्सव अभियान के तहत एक किताब तैयार कर स्कूलों में भेजी गई है। इसमें उपचारात्मक शिक्षण के बारे में पूरी जानकारी दी गई है। विद्यार्थियों के ज्ञान के स्तर को इसकी मदद से बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। विद्यार्थियों के छोटे समूह बनाकर कोविड-19 महामारी के अनुभवों को कहानी के रूप में प्रस्तुत कराया जाएगा।

बच्चों को मिलेगा मनपंसद का खाना

 मिड डे मील में बच्चों की पसंद का नाश्ता व भोजन परोसा जाएगा। विद्यालय में रचनात्मक क्रियाकलाप पर जोर दिया जाएगा। मिट्टी के बर्तन, पेंटिंग व क्राफ्ट बनाना सिखाया जाएगा।प्राइवेट स्कूलों ने छोटे बच्चों की सुरक्षा के लिए पहले ही कमर कस ली थी।

गेट के अंदर प्रवेश के दौरान हर विद्यार्थी की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। वहीं स्कूल में मास्क लगाना अनिवार्य किया गया है। स्कूल परिसर में जगह-जगह हैंड सैनिटाइज कराने की व्यवस्था की गई है। टिफिन, कॉपी किताब, पानी की बॉटल, पेन, पेंसिल तक की शेयरिंग पर पूरी तरह से प्रतिबंधित है।

 50 फीसदी उपस्थिति के साथ अभिभावकों की अनुमति से ही बच्चों को स्कूल बुलाया गया है। गोरखपुर में सीबीएसई बोर्ड 119 आईसीएसई बोर्ड 19 और परिषदीय के करीब 2500 स्कूल हैं। जिसमें परिषदीय सभी स्कूल सुबह 9 बजे से 3 बजे तक चलेंगे।

वहीं निजी स्कूल अभी आधे ही खुले हैं। कई स्कूलों के प्रबंधकों का कहना है उनके स्कूल में वार्षिक परीक्षा चल रही है। वे स्कूल नए सत्र में एक अप्रैल से खोलेंगे।

गोरखपुर स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय शाही ने बताया कि बच्चों की सुरक्षा को लेकर स्कूल प्रबंधन एलर्ट मोड में हैं। छोटे बच्चों के स्कूल में प्रवेश से लेकर बाहर निकलने तक की निगरानी के लिए शिक्षक लगाए गए हैं। बच्चों की थर्मल स्क्रीनिंग मास्क सैनिटाइजेशन पर ध्यान दिया जा रहा है। 


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