चित्रकूट: टिकट कटने से नाराज गुलाबी गैंग की संपत पाल,अब उठाएंगी यह कदम

टीम भारत दीप |

संपत पाल को  2010 में मायावती के शासनकाल में गिरफ्तार कर लिया गया था।
संपत पाल को 2010 में मायावती के शासनकाल में गिरफ्तार कर लिया गया था।

टिकट न मिलने से खफा संपत ने शनिवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। फोन पर बातचीत में उन्होंने कहा कि प्रदेश कार्यालय में इस्तीफा भेज दिया है। वह सोनिया और राहुल गांधी से मिलकर अपनी बात रखेंगी। सोनिया, राहुल व प्रियंका गांधी से कोई शिकायत नहीं है। प्रदेश अध्यक्ष और पर्यवेक्षक ने उनका टिकट कटवाया है।

चित्रकूट। कांग्रेस महासचिव​ प्रियंका गांधी वाड्रा ने पहली सूची जारी की, अपने वादे के अनुसार महिलाओं को चालीस फीसदी सीट दी है, लेकिन बुंदेलखंड में महिलाओं के लिए संघर्ष करने वाली गुलाबी गैंग की सरगना को टिकट नहीं मिला।

मानिकपुर सीट से टिकट न मिलने से खफा संपत पाल ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। गुलाबी गैंग की कमांडर संपत 2012 और 2017 में इस सीट से चुनाव लड़ चुकी हैं। उपचुनाव में उनकी जगह रंजना बराती लाल पांडेय को टिकट दिया गया था। संपत को इस चुनाव में टिकट मिलने का पूरा भरोसा था लेकिन पार्टी ने रंजना पर ही भरोसा जताया है।

वर्ष 2012 में कांग्रेस प्रत्याशी संपत पाल 23,003 वोट के साथ चौथे स्थान पर रही थीं। 2017 में कांग्रेस का सपा से गठबंधन होने पर मानिकपुर सीट कांग्रेस के खाते में गई। कांग्रेस ने फिर संपत को ही मैदान में उतारा। 40,524 वोटों के साथ वह दूसरे नंबर पर रहीं थीं। 2019 में हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने संपत की जगह रंजना बरातीलाल पांडेय को टिकट दिया। रंजना को केवल 8,230 वोट ही मिल सके थे। इससे संपत पाल को इस चुनाव में टिकट मिलने की पूरी उम्मीद थी।

हाईकमान से करेंगी शिकायत

टिकट न मिलने से खफा संपत ने शनिवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। फोन पर बातचीत में उन्होंने कहा कि प्रदेश कार्यालय में इस्तीफा भेज दिया है। वह सोनिया और राहुल गांधी से मिलकर अपनी बात रखेंगी। सोनिया, राहुल व प्रियंका गांधी से कोई शिकायत नहीं है।

प्रदेश अध्यक्ष और पर्यवेक्षक ने उनका टिकट कटवाया है। इसका संदेश देने और पार्टी को कुछ चाटुकारों से बचाने के लिए इस्तीफा देने का कदम उठाना पड़ा है। गुलाबी गैंग कमांडर ने कहा कि अभी किसी दल में शामिल नहीं होंगी।

महिलाओं को दिलाई पहचान 

बांदा जिले के बदौसा गांव की संपत देवी पाल ने ग्रामीण महिलाओं को संगठित करके गुलाबी गैंग नाम से एक मजबूत संगठन खड़ा किया। गुलाबी साड़ी वाले इस संगठन की बुंदेलखंड में मजबूत धाक मानी जाती है। महिलाओं को उनके अधिकार दिलाने के लिए संगठन ने कई संघर्ष किए।

कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकीं संपत पाल को कानून हाथ में लेने के आरोप में 2010 में मायावती के शासनकाल में गिरफ्तार कर लिया गया था।संपत पाल के संघर्ष पर बॉलीवुड में फिल्म भी बनी है। गुलाबी गैंग नाम की इस फिल्म में संपत पाल की भूमिका माधुरी दीक्षित ने अदा की है। संपत ने भी जाको राखे साइयां फिल्म में छोटी सी भूमिका अदा की है। टीवी शो बिग बॉस में भी वह भाग ले चुकी हैं।

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