मिशन 2022: यूपी में 19 साल बाद कोई सीएम लड़ेगा चुनाव, जानिए इसे पहले कौन लड़ा था

टीम भारत दीप |

योगी ने गोरखपुर से प्रत्याशी बनाए जाने पर खुशी जाहिर की।
योगी ने गोरखपुर से प्रत्याशी बनाए जाने पर खुशी जाहिर की।

ओबीसी वर्ग को साधने के लिए करीब 59 फीसदी टिकट इसी वर्ग को दिया गया है। वहीं, मतदाताओं की नाराजगी को देखते हुए मौजूदा 20 विधायकों के टिकट काटे गए हैं। 21 नए चेहरों को मौका दिया गया है। पहली सूची में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया गया है।


लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव की बिछात लगभग बिछ चुकी हैं अब पार्टियां अपने-अपने पत्ते फेंक कर बाजी जीतने में लगी है। ऐसे में बीजेपी चुनाव जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है, इसलिए वह अपने हर खिलाड़ी को मैदान में उतारकर एक-एक सीट से माहौल बनाना चाहती है।

मालूम हो कि यदि किसी जिले से कोई बड़ा चेहरा चुनाव लड़ता है तो आसपास के सीटों पर सकारात्मक माहौल बनता है। वहीं आपकों बता दें कि 19 साल बाद कोई सीएम रहते हुए चुनाव लड़ने जा रह हैं। इस तरह गोरखपुर की सदर सीट पर प्रदेश की नजर रहेगी। 

इससे पहले 2003 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने गुन्नौर से विधान सभा चुनाव लड़ा था। उस समय गुन्नौर के तत्कालीन विधायक अजीत कुमार यादव राजू ने मुख्यमंत्री के लिए सीट खाली की थी। उसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री बने राजनाथ सिंह, मायावती, अखिलेश यादव और योगी आदित्यनाथ विधान परिषद सदस्य चुने गए थे। 

ओबीसी वर्ग को सबसे ज्यादा सीट

स्वामी प्रसाद मौर्य के पार्टी छोड़ने और मोर्चा खोलने के बाद बीजेपी हाईकमान ने सबसे ज्यादा ओबीसी वर्ग को सीट देकर डैमेज कंट्रोल में जुटी है। गौरतलब है कि भाजपा ने 107 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अयोध्या से चुनाव लड़ने की चर्चाओं पर विराम लगाते हुए उन्हें गोरखपुर शहर से उम्मीदवार बनाया है। वहीं, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य कौशांबी की सिराथू सीट से चुनाव लड़ेंगे। ओबीसी वर्ग को साधने के लिए करीब 59 फीसदी टिकट इसी वर्ग को दिया गया है। वहीं, मतदाताओं की नाराजगी को देखते हुए मौजूदा 20 विधायकों के टिकट काटे गए हैं। 21 नए चेहरों को मौका दिया गया है। पहली सूची में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया गया है।

जीतने वालों को ही केवल टिकट

मालूम हो कि यूपी के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने नई दिल्ली में टिकटों की घोषणा करते हुए कहा कि बीजेपी सर्वहितैषी है। जीतने की क्षमता रखने वालों को ही टिकट मिलेगा। पहली सूची में हमने सभी वर्गों का समावेश किया है। नौजवान हैं, महिला हैं, विभिन्न क्षेत्रों के पेशेवर हैं। गरीब कल्याण नीति और सुशासन हमारी पार्टी और हमारी सरकारों का एजेंडा रहा है। यही कारण है कि केंद्र और राज्य की नीतियों, कार्यक्र्मों और योजनाओं का सर्वाधिक लाभ इसी वर्ग को मिला है।

सीएम योगी ने जताई खुशी

योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर शहर विधानसभा उम्मीदवार बनाए जाने पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के प्रति आभार जताया है और कहा की पार्टी के कार्यकर्ताओं, प्रत्याशी और कार्यकर्ताओं की बदौलत एक बार फिर से भाजपा की सरकार प्रदेश में बनेगी। 10 मार्च को पूर्ण बहुमत के साथ प्रदेश में भाजपा सरकार बनाएगी।

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