गुजरात से आकर लखनऊ में चुराते थे वाहन, यूं करते थे नेपाल में सप्लाई, पुलिस ने धरदबोचा

टीम भारत दीप |

चोरी की एक बाइक में दस से 15 हजार सबके हिस्से में आते है।
चोरी की एक बाइक में दस से 15 हजार सबके हिस्से में आते है।

पुलिस ने मंगलवार को बुलेट व पल्सर बाइक चुराकर नेपाल सप्लाई करने वाले अंतरराष्ट्रीय वाहन चोर गिरोह का खुलासा किया है। बताया गया कि यह गिरोह लखनऊ से वाहनों को चुराकर नेपाल बार्डर क्रास कर वहां के चोरों को सप्लाई करता था। इनके पास से चोरी में इस्तेमाल होने वाली बाइक व नकदी बरामद हुई है।

लखनऊ। गुजरात से आकर लखनऊ में वाहन चुराने वाले अन्तराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। दरअसल लखनऊ के चौक थाना पुलिस ने मंगलवार को बुलेट व पल्सर बाइक चुराकर नेपाल सप्लाई करने वाले अंतरराष्ट्रीय वाहन चोर गिरोह का खुलासा किया है। बताया गया कि यह गिरोह लखनऊ से वाहनों को चुराकर नेपाल बार्डर क्रास कर वहां के चोरों को सप्लाई करता था।

इनके पास से चोरी में इस्तेमाल होने वाली बाइक व नकदी बरामद हुई है। वहीं इंस्पेक्टर विश्वजीत सिंह के मुताबिक गुजरात अहमदाबाद असलाली निवासी गिरोह का सरगना अजहर लखनऊ आकर बुलेट व पल्सर बाइक को चुराकर रूपईडीहा बॉर्डर के रास्ते नेपाल सप्लाई करता था। बताया गया कि इसमे इसका अमेठी मुसाफिरखाना निवासी दिल्लू साथ देता था।

बताया गया कि दोनों को सर्विलांस व मुखबिर की सहायता से सोमवार को दोनों को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से एक चोरी की बाइक बरामद हुई। बताया गया कि अजहर के पास से 14 हजार व दिल्लू के पास से 18 हजार नकद बरादम हुए। उनकी निशानदेही पर मंगलवार को नेपाल बाके इलाकाफरारी निवासी नईम और नेपाल बाके जिगरका करारी के विनोद क्षेत्री को पकड़ा गया।

बताया गया कि ये चोरी की बाइक खरीद कर नेपाल में बेचते थे। बताया गया कि गिरोह के अन्य साथियों के बारे में पता लगाया जा रहा है। पुलिस के अनुसार अजहर हफ्ते में एक बार गुजरात से लखनऊ आता। यहां साथी दिल्लू के साथ बाइक पर बुलेट, पल्सर जैसी मंहगी बाइक की रेकी करता। इसके बाद शाम होते ही मौका देख चुरा लेता। जिसके बाद वहीं से रूपईडीहा बॉर्डर के रास्ते नेपाल सप्लाई करता था।

यहां नेपाली नईम व विनोद बेचने का काम करते थे। वहीं पुलिस पूछताछ में नेपाली नईम ने बताया कि नेपालगंज में आजकल के ज्यादा सीसी की बाइक की मांग अधिक है। बताया गया कि लड़के शौक के चलते इन्हें सस्ते दामों पर हाथों हाथ खरीद लेते हैं। इसी कारण नेपालगंज में चोरी की बाइक की आजकल डिमांड अधिक है।

बताया गया कि चोरी की एक बाइक में दस से 15 हजार सबके हिस्से में आते है।
 


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