कोरोना वायरस को निष्प्रभावी करने योगी सरकार युद्ध स्तर पर करा रही सैनिटाइजेशन

टीम भारत दीप |

सैनिटाइजेशन की मानीटरिंग जनपद स्तर के साथ ही प्रदेश स्तर पर भी की जा रही है।
सैनिटाइजेशन की मानीटरिंग जनपद स्तर के साथ ही प्रदेश स्तर पर भी की जा रही है।

सैनिटाइजेशन के कार्य में लगी फायर ब्रिगेड की इन गाड़ियों से बीते 24 घंटों में लखनऊ, मेरठ, प्रयागराज, वाराणसी सहित सूबे के दस जिलों में 1883 स्थलों का सेनिटाइजेशन किया गया है। सैनिटाइजेशन अभियान अब लगातार जारी रहेगा।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सीएम योगी ने युद्धस्तर पर शुरू कराए गए सैनिटाइजेशन के अभियान में अब फायर सर्विस विभाग को भी अहम जिम्मेदारी दी है।

इस महकमें की 900 से अधिक छोटी बड़ी गाडियां सूबे के हर जिले में चिन्हित किए गए संवेदनशील स्थलों, हाट स्पाट तथा बड़े बाजार और आवासीय स्थलों का सैनिटाइजेशन में जुटी हैं।

सैनिटाइजेशन के कार्य में लगी फायर ब्रिगेड की इन गाड़ियों से बीते 24 घंटों में लखनऊ, मेरठ, प्रयागराज, वाराणसी सहित सूबे के दस जिलों में 1883 स्थलों का सेनिटाइजेशन किया गया है। सैनिटाइजेशन अभियान अब लगातार जारी रहेगा।

सैनिटाइजेशन के इस अभियान पर डीजीपी मुख्यालय में एडीजी/आईजी फायर सर्विस विजय प्रकाश लगातार नजर रख रहें हैं। इस अभियान के तहत फायर कर्मियों को किसी व्यक्ति के ऊपर और किसी घर या बिल्डिंग की भीतर छिड़काव ना करने के निर्देश दिए गए हैं।

क्योंकि सैनिटाइजेशन में उपयोग होने वाला 'सोडियम हाइपोक्लोराइड' मोडीफाइड साल्ट है। जैसे ही यह साल्ट किसी सतह या पानी के संपर्क आता है तो क्लोरीन रिलीज कर देता है और सोडियम हाइड्रॉक्साइड में तब्दील हो जाता है।

सोडियम हाइड्रॉक्साइड एक बहुत मजबूत बेस होता है जो किसी बैक्टीरिया या वायरस को पनपने नहीं देता है. वहीं वातावरण में रिलीज हुई क्लोरीन हवा में मौजूद कीड़े, मच्छर, बैक्टीरिया और वायरस को मारती है।

'सोडियम हाइपोक्लोराइड' का अधिक सांद्रता में उपयोग किया जाए तो यह साल्ट नुकसान भी पहुंचाता है। इसी वजह से फायरकर्मियों को यह निर्देश दिया गया है कि किसी व्यक्ति या जानवर के ऊपर इसका छिड़काव ना किया जाए।

इस सैनिटाइजेशन की मानीटरिंग जनपद स्तर के साथ ही प्रदेश स्तर पर भी की जा रही है। इस मानीटरिंग के तहत लखनऊ में 359, प्रयागराज में 78, कानपुरनगर में 66, वाराणसी में 237, आगरा में 85, गौतमबुद्धनगर में 483, मथुरा में 95, मेरठ में 146, फिरोजाबाद में 201 और गाजियाबाद में 133 स्थलों का सेनिटाइजेशन रोज किया जा रहा है।

इसी प्रकार अन्य जिलों में चिन्हित गए हाटस्पाट/संभावित हाटस्पाट, संवेदनशील स्थल, बाजार स्थल, आवासीय स्थल और अन्य स्थलों पर सेनिटाइजेशन किया जा रहा है, प्रदेश के सभी 75 जिलों में फायर ब्रिगेड की 850 पुरानी और 65 नई गाड़ियां सेनिटाइजेशन के काम में लगी हैं।  

इनमें कई गाड़ियों के किनारों पर भी एटमाइजर स्प्रे लगा दिया गया है जिससे जब यह चलती हैं तो अगल-बगल का इलाका सेनिटाइजेशन होता रहता है। लखनऊ, प्रयागराज, कानपुर, वाराणसी, आगरा, गौतमबुद्धनगर, मथुरा, मेरठ, फिरोजाबाद।

गाजियाबाद में  'एटमाइजर' लगी फायर ब्रिगेड की गाड़ियों से सैनिटाइजेशन हो रहा है जिसके तहत रेलवे एवं बस स्टेशन, अस्पतालों के समीप, शहर के बड़े बाजार तथा सभी सरकारी कार्यालयों एवं न्यायालय परिसर और सब्जी मंडी आदि इत्यादि स्थलों का रोज सैनिटाइजेशन किया जा रहा है।


संबंधित खबरें