चुनावी घमासान: कुमार विश्वास के बयान वाले वीडियो हटाकर फंस गए चुनाव अधिकारी, जानिए पूरा मामला

टीम भारत दीप |

चुनाव आयोग  पत्र जारी करने वाले अतिरिक्त सीईओ के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है।
चुनाव आयोग पत्र जारी करने वाले अतिरिक्त सीईओ के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है।

इस पूरे सियासी विवाद के लपेटे में पंजाब के अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी डीपीएस खरबंदा भी आ गए हैं। उन्होंने कुमार विश्वास के बयान को राजनीतिक दलों और मीडिया घरानों को वीडियो क्लिप नहीं चलाने के लिए आदेश जारी किया था। जिसे पंजाब सीईओ कार्यालय ने घंटों के भीतर ही वापस ले लिया था।

चंडीगढ़।देश के प्रख्यात और कभी राजनेता रहे कवि कुमार विश्वास का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे है। इस वीडियो को चुनाव आयोग ने हटाने का आदेश दे दिया इसके बाद विवाद और बढ़ रहा है।

दरअसल पिछले दिनों दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी आप  के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के खिलाफ सनसनीखेज आरोप लगाए थे। इस पूरे सियासी विवाद के लपेटे में पंजाब के अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी डीपीएस खरबंदा भी आ गए हैं।

उन्होंने कुमार विश्वास के बयान को राजनीतिक दलों और मीडिया घरानों को वीडियो क्लिप नहीं चलाने के लिए आदेश जारी किया था। जिसे पंजाब सीईओ कार्यालय ने घंटों के भीतर ही वापस ले लिया था। 

एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट्स के अनुसार चुनाव आयोग की जानकारी के बिना अतिरिक्त सीईओ ने यह आदेश जारी किया था। कथित तौर पर राज्य के सीईओ द्वारा भी इस आदेश को अनुमोदित नहीं किया गया था। चुनाव आयोग ने मामले को गंभीरता से लिया है। पत्र जारी करने वाले अतिरिक्त सीईओ के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है।

पीएम ने केजरीवाल को लिया निशाने पर 

आपको बता दें कि यह मामला उस समय सुर्खियों में आया जब प्रधानमंत्री ने गुरुवार को पंजाब की एक रैली में कुमार विश्वास के बयान का सहारा लेकर अरविंद केजरीवाल पर खूब हमला किया।

प्रधानमंत्री ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "ये लोग पंजाब और देश को तोड़ना चाहते हैं। ये सत्ता पाने के लिए अलगाववादियों से हाथ मिलाने को तैयार हैं। उनका एजेंडा देश के दुश्मनों और पाकिस्तान के एजेंडे से अलग नहीं है।"

पंजाब के अतिरिक्त सीईओ खरबंदा ने आप से शिकायत मिलने के बाद यह आदेश जारी किया था। अपने आदेश में उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय मीडिया प्रमाणन और निगरानी समिति (एमसीएमसी) द्वारा कुमार विश्वास के साक्षात्कार का उपयोग करने से राजनीतिक दलों को रोक दिया था।

कुमार ने दावा किया था कि केजरीवाल ने एक बार उन्हें कहा था कि वह या तो पंजाब के मुख्यमंत्री बनेंगे या एक स्वतंत्र राष्ट्र (खालिस्तान) के प्रधानमंत्री बनेंगे। पत्र में पंजाब के सभी राजनीतिक दलों से यह कहते हुए क्लिप चलाना बंद करने को कहा गया है कि यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।

2 घंटे में वापस लिया आदेश

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार पंजाब के सीईओ एस करुणा राजू ने कहा कि पत्र को तत्काल प्रभाव से वापस ले लिया गया है। उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी को मीडिया प्लेटफॉर्म पर किसी भी सामग्री को प्रसारित करने या चलाने से रोकना चुनाव अधिकारियों का काम नहीं है। उन्होंने कहा, "इस्तेमाल की गई भाषा पूरी तरह से गलत थी। पत्र अनजाने में निकल गया। मैंने इसे दो घंटे के भीतर वापस लेने का आदेश दिया।"

मीडिया प्लेटफॉर्म पर एएनआई को दिए गए कुमार विश्वास के इंटरव्यू के बाद आप के सह-प्रभारी राघव चड्ढा ने आपत्ति जताई थी। आप ने सीईओ के कार्यालय में भी शिकायत दर्ज कराई थी कि कुमार विश्वास ने अन्य पार्टियों के साथ निहित राजनीतिक हितों को अंजाम देने के लिए वीडियो प्रकाशित किया था और विभिन्न मीडिया प्लेटफार्मों पर साझा करके कांग्रेस द्वारा इसका फायदा उठाया जा रहा था। 

केजरीवाल ने यह दिया जवाब

पंजाब में रविवार को होने वाले मतदान से पहले एक संदेश में  अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कहा कि उनकी पार्टी को राज्य के लोगों से जो प्यार मिल रहा है, वह उसके प्रतिद्वंद्वियों द्वारा रची जा रही साजिशों को हरा देगा।

माना जा रहा है कि बीते रोज कुमार विश्वास के लगाए गए आरोपों पर अरविंद केजरीवाल ने पलटवार किया है। विश्वास ने कहा था कि केजरीवाल पंजाब के सीएम या खालिस्तान के पहले पीएम का सपना देखते हैं।

गुरुवार को कुमार विश्वास और पंजाब में विपक्षी दलों के आरोपों के जवाब में अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, उन्होंने लिखा, "पंजाब के लोगों द्वारा आप पर बरसाया जा रहा प्यार उन साजिशों पर विजय प्राप्त करेगा जो हमारे प्रतिद्वंद्वी हमारे खिलाफ रच रहे हैं। इस बार, पंजाब का आम आदमी जीतेगा।

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