परिवार में फूट: वोट डालने नहीं आईं मुलायम की बहू अपर्णा, पत्नी साधना और बेटे प्रतीक

टीम भारत दीप |

इससे पहले अपर्णा और प्रतीक हर बार मतदान करने सैफई आते थे।
इससे पहले अपर्णा और प्रतीक हर बार मतदान करने सैफई आते थे।

सैफई के अभिनव विद्यालय में बने मतदान केंद्र पर मुलायम परिवार के सदस्यों ने मतदान किया लेकिन उनकी बहू अपर्णा यादव, पत्नी साधना और बेटा प्रतीक वोट डालने नहीं आए। इसे लेकर सैफई में राजनीति में सक्रिय रहने वाले लोगों में भी खासा चर्चा रही।

इटावा। यूपी की राजनीति में सबसे शक्तिशाली परिवार यादव सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। अपर्णा यादव के बीजेपी ज्वाइन करने के बाद हुए मतदान में मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी और बेटा—बहू मतदान करने नहीं पहुंचे, जबकि पूरा परिवार वोट डालने के लिए एकत्र हुआ था।

सैफई के अभिनव विद्यालय में बने मतदान केंद्र पर मुलायम परिवार के सदस्यों ने मतदान किया लेकिन उनकी बहू अपर्णा यादव, पत्नी साधना और बेटा प्रतीक वोट डालने नहीं आए। इसे लेकर सैफई में राजनीति में सक्रिय रहने वाले लोगों में भी खासा चर्चा रही। अपर्णा ने हाल ही में भाजपा ज्वाइन की थी और भाजपा के लिए चुनाव प्रचार भी कर रही हैं।

मतदान के लिए सैफई पहुंचे थे मुलायम

मालूम हो कि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के परिवार के सदस्यों का नाम सैफई की मतदाता सूची में दर्ज है। यही वजह है कि चार दिन पहले लखनऊ से सैफई आए मुलायम सिंह मैनपुरी करहल में बेटे अखिलेश के लिए जनसभा को संबोधित करने के बाद मतदान के लिए ठहर गए थे।

रविवार को सैफई के अभिनव विद्यालय में बने मतदान केंद्र पर मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव, उनक पत्नी डिंपल यादव, शिवपाल सिंह यादव, प्रो. रामगोपाल यादव समेत परिवार के सभी सदस्य वोट डालने पहुंचे। यहां की वोटर लिस्ट में मुलायम की पत्नी साधना, बेटे प्रतीक और बहू अपर्णा का नाम भी दर्ज है।

परिवार से बागवत करके अपर्णा ने बीते दिनों भाजपा ज्वाइन की थी। ऐसे में मतदान के दिन अपर्णा के सैफई आने और परिवार के बीच होने को लेकर कयास लगाए जा रहे थे। माना जा रहा था कि परिवार के लोगों से मिलकर कोई बात होगी लेकिन मतदान के लिए न तो अपर्णा सैफई पहुंची और न ही साधना औ प्रतीक आए।

देर शाम तक मतदान केंद्र के बाहर सैफई के लोग इंतजार करते रहे लेकिन शाम छह बजे तक अपर्णा, साधना और प्रतीक यादव नहीं पहुंचे तो तरह तरह के कयास लगने लगे और चर्चाएं भी शुरू हो गईं। हालांकि इससे पहले संसदीय चुनाव और विधानसभा चुनाव में साधना, अपर्णा और प्रतीक अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए सैफई हमेशा आते रहे हैं।

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