अमेठी में जमीन के विवाद को लेकर पूर्व प्रधान समेत चार लोगों की हत्या, गांव में तनाव

टीम भारत दीप |

अमेठी समेत कई थानों की फोर्स गांव में तैनात है।
अमेठी समेत कई थानों की फोर्स गांव में तैनात है।

रात करीब नौ बजे रामदुलारे पक्ष के लोगों ने लाठी डण्डे व धारदार हथियार से अमरेश पक्ष पर हमला बोल दिया। हमले में पूर्व प्रधान अमरेश, उनके भाई हनुमान, अमरजीत व अशोक तथा पिता संकठा प्रसाद, मां ननका, पत्नी धन्नो, पुत्र राज अमरजीत की पत्नी अनीता घायल हो गए।

अमेठी। राजधानी से सटे अमेठी जिले में जमीन के विवाद को लेकर मंगलवार देर रात एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर लाठी डंडे व धारदार हथियार से हमला बोल दिया। अमेठी थाना क्षेत्र के राजापुर गांव में हुई इस घटना में पूर्व प्रधान समेत चार की मौत हो गई है

 जबकि पांच अन्य घायल हैं। सभी घायलों की हालत गम्भीर बताई जा रही है। घटना को लेकर उपजे आक्रोश को देखते हुए गांव को छावनी में तब्दील करने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

अमेठी थाना क्षेत्र के गांव राजापुर मजरे गुंगवाक्ष निवासी अमरेश यादव पूर्व में ग्राम प्रधान रहे हैं। उनका भूमि के एक टुकड़े को लेकर पड़ोसी रामदुलारे यादव से विवाद चल रहा था। मंगलवार को अमरेश इसी भूमि पर मोरंग गिरवा रहे थे। इसी बात को लेकर उनकी रामदुलारे पक्ष से कहासुनी हुई थी। 

हत्या की सूचना पर पहुंची पुलिस

ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार कहासुनी के बाद रात करीब नौ बजे रामदुलारे पक्ष के लोगों ने लाठी डण्डे व धारदार हथियार से अमरेश पक्ष पर हमला बोल दिया। हमले में पूर्व प्रधान अमरेश, उनके भाई हनुमान, अमरजीत व अशोक तथा पिता संकठा प्रसाद, मां ननका, पत्नी धन्नो, पुत्र राज अमरजीत की पत्नी अनीता घायल हो गए।

मारपीट में एक साथ नौ लोगों के घायल होने की सूचना पर प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने सभी घायलों को सीएचसी अमेठी पहुंचाया। अमेठी में अमरेश (42) को मृत घोषित करते हुए शेष को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल में अमरेश के पिता संकठा (65), मां ननका उर्फ पार्वती (64) व बड़े भाई हनुमान (45) को भो मृत घोषित कर दिया गया।

अन्य घायलों की हालत भी गंभीर बताई जा रही है। मारपीट की घटना में एक साथ हुई चार मौतों को लेकर उपजे आक्रोश को देखते हुए गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। अमेठी समेत कई थानों की फोर्स गांव में तैनात है। सीओ अर्पित कपूर व एसएचओ विनोद सिंह भी गांव में डटे हैं।

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