राकेश टिकैत के आंसुओं ने बदली गाजीपुर बाॅर्डर की हवा, प्रियंका ने ट्वीट कर दिया समर्थन

टीम भारत दीप |

मंच पर एक संदिग्ध युवक को पुलिस ने पकड़ा।
मंच पर एक संदिग्ध युवक को पुलिस ने पकड़ा।

टिकैत के घर पर लोग जमा होना शुरू हो गए हैं। वहां उनके भाई नरेश टिकैत समर्थकों को संबोधित कर रहे हैं। माना जा रहा है कि रात में ही उनके समर्थक दिल्ली के लिए कूच कर सकते हैं।

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश और दिल्ली के गाजीपुर बाॅर्डर पर धरना दे रहे किसानों को हटाने की यूपी और दिल्ली पुलिस की कवायद जारी है। इसी बीच गाजीपुर बाॅर्डर की हवा बदलती दिखाई दे रही है। 

भाकियू के नेता राकेश टिकैत के रोने का वीडियो वायरल होने के बाद उनके गांव सिसौली मुजफ्फरनगर में टिकैत समर्थकों का गुस्सा फूट पड़ा है। वहां टिकैत के घर पर लोग जमा होना शुरू हो गए हैं। वहां उनके भाई नरेश टिकैत समर्थकों को संबोधित कर रहे हैं। माना जा रहा है कि रात में ही उनके समर्थक दिल्ली के लिए कूच कर सकते हैं। 

इधर गाजीपुर बाॅर्डर पर किसानों को हटाने के लिए इकट्ठा हुए पुलिस और प्रशासन के अधिकारी राकेश टिकैत से वार्ता के बाद वहां से चले गए हैं। हालांकि फोर्स की तैनाती बरकरार है। 

इस दौरान राकेश टिकैत के मंच पर एक संदिग्ध युवक को पुलिस ने पकड़ा। राकेश टिकैत का कहना है कि वह युवक जिसका नाम देवेंद्र बताया जा रहा है, उनके पास आकर लाठी पकड़ने की कोशिश कर रहा था। उसने मीडियाकर्मियों से भी अभद्रता की कोशिश की। 

इससे पहले टिकैत ने रोते हुए यह भी आरोप लगाया था कि बीजेपी के लोग आंदोलन को कमजोर करना चाहते हैं। यहां बीजेपी के विधायक की गाड़ी में उनके समर्थकों ने आकर किसानों को धमकाना शुरू कर दिया। 

फिलहाल गाजीपुर बाॅर्डर पर पसोपेश की स्थिति बनी हुई है। कुछ देर पहले तक प्रशासन जो कि फ्रंटफुट पर दिख रहा था। अब मामले को शांति से निपटाने पर जोर दे रहा है। हालांकि, राकेश टिकैत ने भी कह दिया है कि उनके गांव से ट्रैक्टर में पानी आने के बाद और सरकार से बातचीत के बाद ही अब वे कोई निर्णय लेंगे तब तक उनका अनशन जारी रहेगा।  

इधर यूपी कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा कि कल आधी रात में लाठी से किसान आंदोलन को खत्म करने की कोशिश की। आज गाजीपुर, सिंघू बॉर्डर पर किसानों को धमकाया जा रहा है। यह लोकतंत्र के हर नियम के विपरीत है। कांग्रेस किसानों के साथ इस संघर्ष में खड़ी रहेगी। 

किसान देश का हित हैं। जो उन्हें तोड़ना चाहते हैं- वे देशद्रोही हैं। हिंसक तत्वों पर सख्त कार्रवाई की जाए लेकिन जो किसान शांति से महीनो से संघर्ष कर रहे हैं, उनके साथ देश की जनता की पूरी शक्ति खड़ी है।


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