खुशखबरी: दिल्ली से अयोध्या के बीच चलेगी बुलेट ट्रेन, 320 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार रहेगी

टीम भारत दीप |

दिल्ली से वाराणसी व दिल्ली से अयोध्या के लिए दो अलग-अलग बुलेट ट्रेन चलेंगी।
दिल्ली से वाराणसी व दिल्ली से अयोध्या के लिए दो अलग-अलग बुलेट ट्रेन चलेंगी।

शुक्रवार को अयोध्या आए नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन के कार्यकारी निदेशक अनूप कुमार अग्रवाल के मुताबिक रामनगरी को सीधे तौर पर देश की राजधानी से जोड़े जाने की योजना है। इसके लिए एरियल लिडार सर्वे हो चुका है। योजना को स्वीकृति भी मिल गई है। एनओसी मिलते ही नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन अपना काम शुरू करेगा।

अयोध्या। भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या को विश्वस्तरीय पर्यटन सिटी बनाने के क्रम में दिल्ली से सीधे अयोध्या के लिए बुलेट ट्रेन चलाने की तैयारी की जा रही है। ताकि देश की राजधानी से अयोध्या श्रद्धालु द्रुत गति से पहुंच सकें।

बुलेट ट्रेन 320 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ेगी। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने शुक्रवार को अयोध्या आकर स्टेशन के लिए जमीन फाइनल करने के साथ नियत स्थान पर पत्थर भी लगा दिए।

बुलेट ट्रेन का स्टेशन लखनऊ-गोरखपुर हाईवे बाईपास पर बन रहे मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीरामचंद्र एयरपोर्ट के ठीक सामने होगा। कॉरपोरेशन ने एयरपोर्ट अथॉरिटी से एनओसी के लिए आवेदन भी किया है। आपकों बता दें कि पीएम मोदी का वाराणसी के साथ ही अयोध्या के विकास पर पूरा ध्यान है।  

मालूम हो कि शुक्रवार को अयोध्या आए नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन के कार्यकारी निदेशक अनूप कुमार अग्रवाल के मुताबिक रामनगरी को सीधे तौर पर देश की राजधानी से जोड़े जाने की योजना है। इसके लिए एरियल लिडार सर्वे हो चुका है। योजना को स्वीकृति भी मिल गई है। एनओसी मिलते ही नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन अपना काम शुरू करेगा।

941.5 किमी की नई पटरी बिछेगी

इस परियोजना के तहत 941.5 किलोमीटर के लिए नई पटरी बिछाई जाएगी। यह दिल्ली से आगरा-लखनऊ-प्रयागराज होते हुए वाराणसी तक जाएगी। इस परियोजना में रामनगरी को शामिल करने के लिए लखनऊ से अयोध्या के लिए अलग से पटरी बिछाई जाएगी। लखनऊ-अयोध्या 130 किमी. लिंक सेवा के रूप में रहेगी। इसमें दिल्ली से वाराणसी व दिल्ली से अयोध्या के लिए दो अलग-अलग बुलेट ट्रेन चलेंगी।

200 लाख करोड़ की है योजना

वाराणसी व अयोध्या को हाई स्पीड रेल सेवा से जोड़ने के लिए 200 लाख करोड़ रुपये की आवश्यकता पड़ेगी। इसमें हाई स्पीड ट्रेन चलाने के लिए अलग से पटरियां बिछाई जाएंगी। इसके साथ ही बड़े शहरों के ट्रैफिक को संभालने के लिए कुछ शहरों में भूमिगत लाइनें भी बिछाई जाएंगी। इसमें लखनऊ व आगरा शामिल हैं। पूरी योजना को धरातल पर उतारने में 7 से 8 वर्ष का समय लगेगा। 

एयरपोर्ट के सामने बनेगा बुलेट ट्रेन का स्टेशन

राजधानी दिल्ली से सीधे रामनगरी के लिए 320 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से बुलेट ट्रेन चलेगी। रामनगरी को विश्वस्तरीय पर्यटन सिटी बनाने के क्रम में केंद्र व राज्य सरकार की ओर यह महत्वपूर्ण कदम भी सामने आ गया। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने शुक्रवार को अयोध्या आकर भूमि फाइनल करने के साथ नियत स्थान पर अपने पत्थर भी लगा दिए।

बुलेट ट्रेन का स्टेशन लखनऊ-गोरखपुर हाईवे बाईपास पर बन रहे मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीरामचंद्र एयरपोर्ट के ठीक सामने होगा। परियोजना में 941.5 किलोमीटर नई रेल पटरी बिछाई जाएगी। लखनऊ- अयोध्या 130 किमी. लिंक सेवा के रूप में रहेगी। कॉरपोरेशन ने एयरपोर्ट अथॉरिटी से एनओसी के लिए भी आवेदन किया है।

इस विषय में आरपी सिंह सचिव विकास प्राधिकरण का कहना है कि अयोध्या से दिल्ली के लिए बुलेट ट्रेन चलना प्रस्तावित है। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन के कार्यकारी निदेशक अनूप कुमार अग्रवाल के साथ शुक्रवार को स्टेशन के स्थान को फाइनल किया गया है। अयोध्या में बुलेट ट्रेन का स्टेशन एयरपोर्ट के ठीक सामने बनेगा। इसके लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी से एनओसी मांगी गई है।

विजन डॉक्यूमेंट की योजनाओं को भी  जाना

नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन की टीम ने अयोध्या विजन 2047 के प्रस्तावित परियोजनाओं की जानकारी भी ली है। अयोध्या विकास प्राधिकरण की टीम ने प्रस्तावित रिंग रोड, हेरिटेज जोन, इकोलॉजिकली सेंसिटिव जोन, एयरपोर्ट सिटी कनेक्टिविटी डेवलपमेंट प्लान आदि से कॉरपोरेशन की टेक्निकल टीम को परिचित कराया।  

कॉरपोरेशन की ओर से मांगी गई सूचना बिंदुवार संबंधित विभागों से प्राप्त कर उपलब्ध कराया जाएगा। प्राधिकरण की ओर से कहा गया कि अयोध्या मास्टर प्लान 2031 में बुलेट ट्रेन परियोजना को शामिल किया जाएगा। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन जल्दी ही विस्तृत रिपोर्ट रेल मंत्रालय को सौंप देगा। बैठक में कंसलटेंट टीम के साथ नगर निगम के कर्मचारी मौजूद रहे।


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