सरकार का सख्त कदम प्रदेश के 105 आईटीआई संस्थानों की मान्यता खत्म

टीम भारत दीप |

105 संस्थानों में तीन साल तक नए प्रवेश नहीं होंगे।
105 संस्थानों में तीन साल तक नए प्रवेश नहीं होंगे।

छोटे—छोटे भवनों में बिना संसाधनों के प्रदेश में चलने वाले आईटीआई संस्थान बच्चों को सही शिक्षा ने देकर उनका शोषण कर रहे थे। ऐसे मानक विहिन प्रदेश के 105 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) की मान्यता खत्म कर दी गई है।

लखनऊ। छोटे—छोटे भवनों में बिना संसाधनों के प्रदेश में चलने वाले आईटीआई संस्थान बच्चों को सही शिक्षा न देकर उनका शोषण कर रहे थे। ऐसे मानक विहिन प्रदेश के 105 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) की मान्यता खत्म कर दी गई है।


 भारत सरकार के कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय के प्रशिक्षण महानिदेशालय ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। इनमें लखनऊ, बाराबंकी, अयोध्या और अंबेडकरनगर जिलों की भी 10 आईटीआई शामिल हैं। 

जो विद्यार्थी पहले से इन संस्थानों में प्रशिक्षण ले रहे हैं, उनका प्रशिक्षण जारी रहेगा। इसे पूरी कराने की जिम्मेदारी इन आईटीआई की ही होगी। जारी आदेश के मुताबिक सत्र 2020 से इनकी संबद्धता खत्म की गई है।

यानी, सत्र 2020 से इनमें प्रवेश नहीं लिए जा सकेंगे। ये आईटीआई 3 साल (वर्ष 2022 तक) के लिए डिबार किए गए हैं। इसके बाद ये आईटीआई संबद्धता के लिए पुनः आवेदन कर सकती हैं।

बशर्ते यह संस्थान उस समय निर्धारित मान्यता के मानकों को पूरा करते हों। जिनकी मान्या समाप्त की गई है उनमें बाराबंकी का एचडब्ल्यू शाह प्राइवेट आईटीआई मेला ग्राउंड देवा शरीफ, अयोध्या का श्रीराम चंद्रा प्राइवेट आईटीआई व कौशल्या देवी स्मारक प्राइवेट आईटीआई रामनगर अमावा सूफी। 


अम्बेडकरनगर का त्रिभुवन प्राइवेट आईटीआई, गोपालपुर, लखनऊ का एसवीपी प्राइवेट आईटीआई आदिल नगर, माइक्रोसॉफ्ट कम्प्यूटर सेंटर चारबाग, एमए एकेडमी एंड एजुकेशन प्राइवेट आईटीआई, अमीनाबाद, जी. टेक प्राइवेट आईटीआई कुमारपुरम न्यू पारारोड राजाजीपुरम, मंगलम इन्फोटेक प्राइवेट आईटीआई विशाल खंड गोमतीनगर, शाश्वत इंस्टीट्यूट पैरामेडिकल एंड नर्सिंग एंड वोकेशनल प्राइवेट आईटीआई कानपुर-रायबरेली हाईवे आदि संस्थानों के नाम शामिल है।
 


संबंधित खबरें