जब थानेदार ही चोरी की कार से चलेंगे तो प्रदेश में कैसे चलेगा 'कानून राज'

टीम भारत दीप |

दो साल पहले चोरी हुई कार सर्विस सेंटर पहुंची तो सर्विस सेंटर कर्मचारी  हैरान रह गए।
दो साल पहले चोरी हुई कार सर्विस सेंटर पहुंची तो सर्विस सेंटर कर्मचारी हैरान रह गए।

दो साल पहले चोरी हुई कार का प्रयोग थानाध्यक्ष बिठूर कौशलेंद्र प्रताप कर रहे थे। उनके पास ये कार लंबे समय से थी। ये दावा उनके आसपास रहने वाले लोगों ने किया है। थानाध्यक्ष की मुश्किल इसलिए और बढ़ सकती हैं कि क्योंकि इस कार को नौबस्ता का एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश चलाता था।

कानपुर ।पिछले साल कानपुर पुलिस किसी न किसी मामले को लेकर सुर्खियों में बनी रहती थी। कभी माफिया से मेल तो कभी माफिया का साथ देने वाली कानपुर पुलिस के लिए साल का आखिरी दिन भी सुखियों में रहा इस बार बिठूर थानेदार ने महकमे को कठघरे में खड़ा कर दिया है।

दरअसल दो साल पहले चोरी हुई कार का प्रयोग थानाध्यक्ष बिठूर कौशलेंद्र प्रताप कर रहे थे। उनके पास ये कार लंबे समय से थी। ये दावा उनके आसपास रहने वाले लोगों ने किया है। थानाध्यक्ष की मुश्किल इसलिए और बढ़ सकती हैं ।

क्योंकि इस कार को नौबस्ता का एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश चलाता था। पुलिस के लिए मुखबिरी के अलावा यह बदमाश एसओ की पत्नी को स्कूल छोड़ने और ले जाने का काम भी इसी कार से करता था।

सर्विस सेंटर आई तो खुली पोल

जानकारी के अनुसार विज्ञापन एजेंसी संचालक बर्रा निवासी ओमेंद्र सोनी की वैगनार कार 31 दिसंबर 2018 को इलाके के ही एक सर्विस सेंटर से चोरी हो गई थी। बर्रा थाने में चोरी का मुकदमा दर्ज कराया गया था।

बुधवार को कार सर्विसिंग के लिए सर्विस सेंटर में पहुंची। कंपनी के कर्मचारियों ने किसी पूछताछ के लिए चेचिस नंबर के आधार पर ओमेंद्र से संपर्क किया। जब उन्हें पता चला कि दो साल पहले चोरी हुई कार सर्विस सेंटर पहुंची है तो वह हैरान रह गए।

उन्होंने सर्विस सेंटर में पूछा तो पता चला कि कार थानाध्यक्ष बिठूर कौशलेंद्र प्रताप ने भेजी है। सर्विस सेंटर की सीसीटीवी में नौबस्ता थाने के हिस्ट्रीशीटर के साथ एक हमराही की भी फुटेज मिली है।

सामने आई सच्चाई तो बोले लावारिस मिली थी कार

चोरी की कार का प्रयोग करने के मामले में फंसे थानाध्यक्ष बिठूर कौशलेंद्र प्रताप ने कार को थाने में लाकर खड़ा कर  दिया है। उच्चाधिकारियों को भेजी रिपोर्ट में थानाध्यक्ष ने कहा कि कार 14 दिसंबर को दलहन रोड पर लावारिस हालत में मिली थी।

इसे थाने पर लाया गया। उसी दिन भारतपुरवा में बलवा हो गया। थाने में कोई वाहन नहीं था इसीलिए बिना अनुमति कार ले जाई गई। वापसी में खराबी आ गई। इसी वजह से उसे सर्विस सेंटर में डाल दिया गया। ठीक होने के बाद कार को थाने में खड़ा कर दिया गया।

इस मामले में  डीआईजी  डां. पीतिंदर सिंह का कहना है कि थानाध्यक्ष ने मुंशी सहित कई पुलिसकर्मियों के खिलाफ तस्करा भी डाला है। मामले में सीओ कल्याणपुर को जांच दी गई है। जांच रिपोर्ट मिल गई है। कुछ पुलिसकर्मियों को दोषी बताया गया है। इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 


संबंधित खबरें