कानपुर में देर रात दो युवकों की धारदार हथियार से बदमाशों ने की हत्या, घर में मातम

टीम भारत दीप |

राजकुमार के परिजन दोनों को हैलट लाए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
राजकुमार के परिजन दोनों को हैलट लाए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

शुक्रवार रात साढ़े आठ बजे परमियापुरवा निवासी उसका दोस्त रवि कुमार मिलने आया था। दोनों खेत गए थे। रास्ते में गांव के ही संजीवन के बेटे शिवम व उसके दोस्तों विकास उर्फ विक्का, विशाल और आकाश से उसकी नोकझोंक हो गई। तब गांव वालों ने बीच बचाव करा दिया। रात 11 बजे जब राजकुमार व रवि खेत से वापस लौट रहे थे तो आरोपितों ने हनुमान मंदिर के पास उन्हें रोक लिया।

कानपुर। कानपुर में वर्चस्व की जंग में शुक्रवार रात दो दोस्तों की चापड़, चाकू व कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार करके हत्या कर दी गई। गांव वालों के पहुंचने पर आरोपित उन्हेंं भी धमकी देकर भाग गए।

ये घटना कानपुर के नवाबगंज के उजियारीपुरवा गांव में हुई। कई थानों के फोर्स के साथ डीआइजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने आरोपितों की तलाश में चार टीमों का गठन किया है।

शुक्रवार रात 11 बजे हुई घटना

जानकारी के अनुसार उजियारीपुरवा गांव निवासी किसान जयराम निषाद का 26 वर्षीय बेटा राजकुमार पेंटिंग का काम करता था। शुक्रवार रात साढ़े आठ बजे परमियापुरवा निवासी उसका दोस्त रवि कुमार मिलने आया था। दोनों खेत गए थे।

रास्ते में गांव के ही संजीवन के बेटे शिवम व उसके दोस्तों विकास उर्फ विक्का, विशाल और आकाश से उसकी नोकझोंक हो गई। तब गांव वालों ने बीच बचाव करा दिया। रात 11 बजे जब राजकुमार व रवि खेत से वापस लौट रहे थे तो आरोपितों ने हनुमान मंदिर के पास उन्हें रोक लिया।

देखते रहे गए ग्रामीण

राजकुमार ने जब रास्ता रोकने का विरोध किया तो आरोपितों ने डंडे, कुल्हाड़ी, चापड़, चाकू से हमला कर दिया। राजकुमार के सिर पर कुल्हाड़ी लगी और वह वहीं गिर पड़ा।

रवि ने भागने की कोशिश की तो उस पर भी दौड़ाकर वार किए। शोर सुनकर आसपास के ग्रामीण निकले, लेकिन हमलावरों की धमकी के चलते किसी की भी बचाने की हिम्मत नहीं हुई। राजकुमार के परिजन दोनों को हैलट लाए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

 घटनास्थल से राजकुमार के घर की दूरी महज 200 मीटर थी, लेकिन वह घर नहीं पहुंच सका। उसने आवाज दी, लेकिन घरवालों ने नहीं सुनी। शोर सुन आसपास के लोग निकले जरूर, लेकिन खुद पर हमले की आशंका के चलते वह आगे नहीं बढ़े।

बाद में जब जानकारी पाकर राजकुमार के स्वजन पहुंचे तो हमलावर फरार हो गए।बीच सड़क पर हमला करने के बाद आरोपित राजकुमार व रवि को खींचकर हनुमान मंदिर में ले गए। वहां उन्होंने दोबारा चापड़, चाकू,  कुल्हाड़ी से हमला किया। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो मंदिर में काफी खून फैला मिला।

आरोपियों ने किया पथराव 

यही नहीं, ग्रामीणों ने बताया कि जब राजकुमार के परिवार वाले सूचना पाकर पहुंचे तो आरोपितों ने पथराव कर दिया। इस दौरान हमलावरों की संख्या एक दर्जन से ज्यादा थी।वारदात के बाद पुलिस को ग्रामीणों ने बताया कि आरोपितों के हाथ में तमंचे भी थे और उन्होंने चार राउंड गोलियां भी चलाईं।

एक गोली राजकुमार को भी लगने की आशंका जताई गई है। दोस्त रवि के गोली लगी या नहीं, इसका पता अभी नहीं लगा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद इस बात का पता लगने की उम्मीद है।

घरवालों का आरोप है कि सूचना देने के करीब आधे घंटे बाद पुलिसवाले पहुंचे। इस बीच वह राजकुमार व रवि को अस्पताल लाए, लेकिन देर हो चुकी थी।इस विषय में कानपुर डीआईजी प्रीतिंदर सिंह का कहना है कि यह हत्या  रंजिशन हुई हे।

हमलावरों की सही संख्या का पता अभी नहीं लगा है। परिवारवालों की तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। हमलावरों की तलाश में चार टीमें लगाई गई हैं। एहतियातन गांव में पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। 


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