लखनऊ:कोरोना की क्रूर दास्तां, उजड़ गया परिवार, महज 24 दिनों में परिवार के आठ लोगों की निगल ली जिन्दगी

टीम भारत दीप |
अपडेट हुआ है:

सोमवार को एक साथ 5 लोगों की तेरहवीं की गई।
सोमवार को एक साथ 5 लोगों की तेरहवीं की गई।

राजधानी लखनऊ में एक ऐसा ही परिवार है। जहां कोविड की महामारी ने इस परिवार के 7 सदस्यों की जिन्दगी को निगल लिया। जबकि परिवार का एक बुजुर्ग एक साथ इतनी अर्थियों का दुख नहीं सह सका। उनकी भी दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।

लखनऊ। कोरोना का कहर सभी ने देखा। अब इसका कहर थोड़ा थमने लगा है। ऐसे में अब इसकी भयावहता जो तस्वीरें सामने निकल कर रही हैं। वह बहुत दुखदाई हैं। कोरोना की दूसरी लहर ने कुछ परिवारों को ऐसा गम दिया है जिसे ताउम्र वह नहीं भूल सकेंगे। दरअसल यूपी की राजधानी लखनऊ में एक ऐसा ही परिवार है। जहां कोविड की महामारी ने इस परिवार के 7 सदस्यों की जिन्दगी को निगल लिया।

जबकि परिवार का एक बुजुर्ग एक साथ इतनी अर्थियों का दुख नहीं सह सका। उनकी भी दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। यहां सोमवार को एक साथ 5 लोगों की तेरहवीं की गई। इनमें चार सगे भाई थे। बताया गया कि परिवार में चार महिलाओं का सुहाग उजड़ गया जानकारी के मुताबिक लखनऊ से सटे इमलिया पूर्वा गांव निवासी ओमकार यादव के परिवार पर कोरोना की यह त्रासदी बहुत भारी पड़ी है।

ओमकार के मुताबिक 22 अप्रैल से लेकर 15 मई तक परिवार के 8 लोगों की जान चली गई है। कोरोना ने उनके पूरे परिवार को उजाड़ दिया। ओमकार यादव के मुताबिक 24 दिन के भीतर उनकी बड़ी मां रूपरानी, मां कमला देवी, भाई विजय, विनोद, निरंकार और सत्यप्रकाश के अलावा बहन शैलकुमारी, मिथलेश कुमारी की मौत हो गई है। बताया गया कि 25 से 28 मई के बीच हर दिन एक सदस्य की मौत हुई।

बताया गया कि बड़ी मां रूपरानी को दिल का दौरा पड़ा था। ओमकार यादव के मुताबिक जब बड़े भाई कोरोना संक्रमित पाए गए तब से और आठ सदस्यों के खत्म होने तक किसी भी सरकारी विभाग से कोई नहीं आया। बताया गया कि न ही कोरोना का टेस्ट हुआ। उनके मुताबिक हमने परिवार के सदस्यों को प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती करवाया। उसके बाद भी उन्हें नहीं बचा पाए।

इधर गांव के मुखिया मेवाराम के मुताबिक इस भयावह घटना के बावजूद सरकार की तरफ से न ही कोई सैनिटाइजेशन की व्यवस्था की गई और न ही कोरोना संक्रमण की जांच अभी तक की गई है।

बताया गया कि गांव में 50 लोग संक्रमित हुए थे। वहीं एसडीएम बीकेटी (लख़नऊ) विकास सिंह के मुताबिक जानकारी मिलने के बाद एसडीएम और तहसीलदार की टीम मौके पर गई थी, संबंधित परिवार में कोरोना से जो भी डेथ हुई है उसके संबंध में रिपोर्ट भेजी गई है। बताया गया कि प्रशासन से जो मदद हो पाएगी वह कोविड प्रोटोकॉल के तहत उन्हें दी जाएगी।

परिवार में इन सदस्यों की जिन्दगी ​लील गया कोरोना

नाम                       उम्र           मौत की तारीख
मिथलेश कुमारी        50                 22 अप्रैल
निरंकार सिंह यादव    40               25 अप्रैल
कमला देवी                80               26 अप्रैल
शैल कुमारी                47               27 अप्रैल
विनोद कुमार              60               28 अप्रैल
विजय कुमार              62                 01 मई
रूपरानी                     82                 11 मई
सत्य प्रकाश               35                  15 मई
 


संबंधित खबरें