लखनऊ:भाजपा प्रदेश सह संगठन महामंत्री भवानी सिंह का कोरोना से निधन

टीम भारत दीप |
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बुधवार की सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली।
बुधवार की सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली।

बुधवार को भाजपा के प्रदेश सह संगठन महामंत्री भवानी सिंह का कोरोना से निधन हो गया है। बताया गया कि वह पीजीआई में भर्ती थे। तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें सोमवार को लखनऊ पीजीआई से एयर एम्बुलेस से हैदराबाद भेजा गया था।

लखनऊ। कोरोना पर मचे हाहाकार के बीच यूपी में इसका कहर विकराल रूप ले चुका है। तमाम वीआईपी भी इस दौरान काल के गाल में समा चुके हैं। बीते एक सप्ताह में तीन विधायकों की मौत के बाद आज यानी बुधवार को भाजपा के प्रदेश सह संगठन महामंत्री भवानी सिंह का कोरोना से निधन हो गया है। बताया गया कि वह पीजीआई में भर्ती थे।

तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें सोमवार को लखनऊ पीजीआई से एयर एम्बुलेस से हैदराबाद भेजा गया था। वहीं भवानी सिंह के निधन पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शोक जताया है। उन्होंने शोक संदेश में कहा है कि भारतीय जनता पार्टी, उत्तर प्रदेश के सह-संगठन महामंत्री भवानी सिंह के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है।

उनका जाना संगठन के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें। ॐ शांति ! बताया गया कि काशी व गोरक्ष प्रांत के संगठन मंत्री भवानी सिंह बीते दिनों कोरोना से संक्रमित हो गए थे। जिसके बाद उन्हें लखनऊ पीजीआई में भर्ती कराया गया। बताया गया कि चेस्ट में संक्रमण की शिकायत बढ़ने के बाद उनकी हालत बिगड़ गई थी।

जिसके बाद सीएम योगी के निर्देश पर सोमवार की सुबह उन्हें हैदराबाद ले जाया गया है। बताया गया कि वहां भी उनकी हालत लगातार गंभीर बनी हुई थी। जिसके बाद बुधवार की सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। बताते चलें कि बीते महीने एक ही हफ्ते में तीन विधायकों रमेश चंद्र दिवाकर,सुरेश श्रीवास्तव और केसर सिंह की कोरोना से मौत हो चुकी है।

अभी तक पांच विधायकों की कोरोना से मौत हो चुकी है। उधर कोरोना की पहली लहर में भी पिछले साल दो मंत्री चेतन चौहान व वरुण रानी भी दिवंगत हो हुए थे। गौरतलब है कि यूपी की 17वीं विधानसभा में अब तक एक दर्जन विधायक काल के गाल में समा चुके हैं। बताया गया कि इनमें कम से कम 5 विधायक तो कोरोना के ही शिकार हो चुके हैं।

वहीं कोरोना संक्रमण के चलते ही बीते बरस के साथ ही इस बरस विधानमंडल सत्र भी सोशल डिस्टेंसिंग व कोरोना प्रोटोकाल के तहत संक्षिप्त समय के लिए ही आहुत हुए थे। 
 


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