लखनऊ विश्वविद्यालय ने डिग्री काॅलेजों को भेजा नोटिस, 70 से ज्यादा पर लटकी कार्रवाई की तलवार

टीम भारत दीप |

करीब 70 से अधिक कॉलेजों ने सूचना नहीं दी है।
करीब 70 से अधिक कॉलेजों ने सूचना नहीं दी है।

प्रशासन ने यह कार्यवाई बीते दिनों एकेडमिक ऑडिट में इनके शामिल नहीं होने के कारण की है। साथ ही दो समिति बनाने को कहा गया है। जिसमें से एक समिति कॉलेजों की जांच करेंगी और दूसरी समिति उन कॉलेजों पर कार्यवाई करेगी, जिन्होंने ने अपनी रिपोर्ट नहीं दी है।

लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के 70 डिग्री कॉलेजों को यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से नोटिस जारी किया गया है। प्रशासन ने यह कार्यवाई बीते दिनों एकेडमिक ऑडिट में इनके शामिल नहीं होने के कारण की है। साथ ही दो समिति बनाने को कहा गया है। जिसमें से एक समिति कॉलेजों की जांच करेंगी और दूसरी समिति उन कॉलेजों पर कार्यवाई करेगी, जिन्होंने ने अपनी रिपोर्ट नहीं दी है।

बताया गया कि एक समिति में प्रो. पूनम टंडन, डॉ. अरुण सेठी और डॉ. केसी पाण्डेय शामिल है। वहीं दूसरी में प्रो. निशी पाण्डेय, प्रो. दिनेश कुमार और संजय मेधावी शामिल है।

दरअसल लखनऊ विश्वविद्यालय ने नगर में चल रहे सभी सरकारी और निजी डिग्री कॉलेजों की स्थिति को जांचने के लिए एकेडमिक ऑडिट व्यवस्था लागू की है। इसके तहत कॉलेजों में संचालित पाठ्यक्रम से लेकर शिक्षक संख्या इत्यादि की जानकरी मांगी थी। लेकिन करीब 70 से अधिक कॉलेजों ने सूचना नहीं दी।

जिसके बाद विश्वविद्यालय ने सभी पर कार्रवाई का मन बनाते हुए यह कदम उठाया है। बताते चलें  कि लखनऊ में करीब 170 कॉलेज है। जिसमे से 6 सरकारी, करीब 20 सरकारी सहायता प्राप्त और बाकी  के निजी कॉलेज है। बताया जा रहा है कि एकेडमी ऑडिट के दौरान निजी कॉलेजों में शिक्षकों की कमी होने की बात सामने आई है।

वहीं कई कालेजों में एक डिपॉर्टेन्ट में एक ही शिक्षक होने तथा इन्हे वेतन भी काफी कम दिए जाने की बात सामने आई है। वहीं कई कालेजों में तो सेमेस्टर प्रणाली होने के बावजूद भी रेगुलर कक्षाएं संचालित नहीं हो रहीं। ऐसी ही तमाम तरह की कमियों को लेकर लखनऊ विश्वविद्यालय  द्वारा एकेडमिक ऑडिट व्यवस्था को शुरू  किया गया है।
 


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