महाराष्ट्र: एक बैंक मनैजर ने दूसरे बैंक में डाला डाका, महिला बैंक अधिकारी को यूं उतारा मौत के घाट

टीम भारत दीप |

पुलिस के मुताबिक इस सनसनीखेज मामले में आगे की जांच जारी है।
पुलिस के मुताबिक इस सनसनीखेज मामले में आगे की जांच जारी है।

यहां किसी क्राइम थ्रिलर फिल्म की तरह कर्ज में डूबे एक्सिस बैंक के एक शाखा प्रबंधक ने आईसीआईसीआई बैंक में डकैती डालने की कोशिश की। हालांकि उसे सफलता नहीं मिली। इस बीच वहां एक उप शाखा प्रमुख की चाकू मारकर हत्या कर दी।

मुंबई। महाराष्ट्र से एक हैरान करने वाली सनसनीखेज वारदात सामने आई है। दरअसल यहां किसी क्राइम थ्रिलर फिल्म की तरह कर्ज में डूबे एक्सिस बैंक के एक शाखा प्रबंधक ने आईसीआईसीआई बैंक में डकैती डालने की कोशिश की। हालांकि उसे सफलता नहीं मिली। इस बीच वहां एक उप शाखा प्रमुख की चाकू मारकर हत्या कर दी।

वहीं पुलिस के मुताबिक एक्सिस बैंक के शाखा प्रबंधक ने आईसीआईसीआई बैंक की महिला उप शाखा प्रमुख की चाकू मारकर हत्या करने के बाद भागने की कोशिश की, मगर स्थानीय लोगों ने उसे दबोच लिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घटना गुरुवार की रात करीब 8 बजे की है। बताया गया कि घटना आईसीआईसीआई बैंक की विरार ईस्ट ब्रांच में बैंकिंग घंटे खत्म होने के बाद हुई।

उस समय दो महिला अधिकारियों को छोड़कर अधिकांश कर्मचारी अपने घर के लिए निकल चुके थे। वहीं विरार पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सुरेश वारडे के मुताबिक आरोपी नायगांव एक्सिस बैंक शाखा के प्रबंधक अनिल दुबे, जो आईसीआईसीआई बैंक का पूर्व कर्मचारी था, को गिरफ्तार कर लिया गया है। बताया गया कि अभी तक की जांच में पता चला है कि इसमें कोई अन्य व्यक्ति शामिल नहीं है।

वहीं एक्सिस बैंक ने गंभीरता से लेते हुए शुक्रवार को दुबे को सेवा से बर्खास्त कर दिया और पालघर पुलिस की जांच में सहयोग करने के अलावा मामले की आंतरिक जांच चालू कर दी है।

यूं दिया घटना को अंजाम
पुलिस के मुताबिक गुरूवार को अंधेरा होने पर दुबे ने नायगांव से आईसीआईसीआई बैंक विरार पूर्व शाखा में प्रवेश किया और अंदर कदम रखते ही एक धारदार हथियार निकाला। उसने ऑन-ड्यूटी उप प्रबंधक योगिता निशांत चौधरी और उनकी कैशियर सहयोगी श्रद्धा देवरुखकर को धमकी दी।

बताया गया कि उसने उन्हें सभी नकदी और आभूषण सौंपने को कहा, इसे बैग में रखकर उसने शाखा परिसर से भागने का प्रयास किया। हालांकि बैंक की महिला अधिकारी हार मानने को तैयार नहीं थीं और उन दोनों ने मदद के लिए चिल्लाना शुरू कर दिया। बताया  गया कि इस दौरान उन्होंने दुबे को दबोचने का प्रयास किया।

जिसके बाद दुबे ने जवाबी कार्रवाई करते हुए उन दोनों पर चाकू से कई बार हमला किया और फिर वहां से भागने की कोशिश की। तब तक आसपास की दुकानों से कुछ लोग जमा हो गए थे। बताया गया कि लोगों ने दुबे को पकड़कर लूट से भरा बैग लेकर एटीएम केबिन में रख दिया और पुलिस को बुला लिया।

बताया गया कि शाखा में प्रवेश करने पर उन्होंने चौधरी और देवरुखकर को खून से लथपथ बुरी तरह पाया। बताया गया कि वारदात में बुरी तरह घायल 36 वर्षीय महिला बैंक अधिकारी चौधरी दम तोड़ दिया। पुलिस के मुताबिक 32 वर्षीय देवरुखकर, जिन्हें गर्दन और कंधे में चोट लगी थी, उसका स्थानीय अस्पताल में इलाज जारी है।

पुलिस की जांच जारी
पुलिस के मुताबिक इस सनसनीखेज मामले में आगे की जांच जारी है। पुलिस अधिकारी वारडे के अनुसार आरोपी दुबे पर एक करोड़ रुपये से अधिक का भारी कर्ज था और जाहिर तौर पर हो सकता है कि उसने अपना कर्ज निपटाने के लिए डकैती का ये मंसूबा बनाया हो। बताया गया कि हालांकि अभी इस बाबत विवरण उपलब्ध नहीं है।

बैंक ने दिया यह बयान
एक आधिकारिक प्रवक्ता  के मुताबिक एक जिम्मेदार संस्थान के रूप में, एक्सिस बैंक बेईमान तत्वों के प्रति जीरो टॉलरेंस रखता है। बताया गया कि इस मुद्दे को हल करने में संबंधित अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग करने के लिए बैंक प्रतिबद्ध है। हमने तुरंत सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की है।

उधर आईसीआईसीआई बैंक ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, मगर बैंकिंग विशेषज्ञ और महाराष्ट्र स्टेट बैंक कर्मचारी संघ के महासचिव देवीदास तुलजापुरकर के मुताबिक यह दुर्भाग्यपूर्ण और अभूतपूर्व घटना है। उनके मुताबिक सवाल यह उठता है कि क्या एक्सिस बैंक ने आरोपी व्यक्ति को नौकरी दिए जाने से पहले उसकी संपत्ति और देनदारियों का अनिवार्य विवरण लिया था।

कहा कि खासकर जब से वह एक प्रतिस्पर्धी बैंक से आया था। आईसीआईसीआई बैंक के बाहर सुरक्षा गार्ड की अनुपस्थिति इंगित करती है कि यह एक बड़ी साजिश थी। इसकी गहनता से जांच की जानी चाहिए।


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