प्यार का दर्दनाक अंत: प्रेमिका ने घर पर तो प्रेमी ने जेल में इस तरह खत्म कर ली जिंदगी

टीम भारत दीप |

जेल अधिकारियों ने परिवार को सूचना दी। जेलर कुश कुमार ने बताया कि रोशनदान से फांसी लगाई है।
जेल अधिकारियों ने परिवार को सूचना दी। जेलर कुश कुमार ने बताया कि रोशनदान से फांसी लगाई है।

पालपुर निवासी 25 वर्षीय समरबहादुर उर्फ श्यामजीत का गांव की ही एक 18 वर्षीय किशोरी से प्रेम प्रसंग था। चार मार्च को वह प्रेमिका के साथ कहीं चला गया था। इस पर युवती के पिता ने अगवा कर ले जाने का मुकदमा शिवली थाने में दर्ज कराया था।

कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात से प्रेम के दर्दनाक अंत की कहानी सामने आई है। यहां एक युवक और युवती एक दूसरे से बहुत प्रेम करते थे। इन दोनों का रिश्ता इनके घर वालों को मंजूर नहीं था।

इससे आहत होकर एक दिन दोनों ने साथ-साथ जीने के लिए घर छोड़ दिया। इसके बाद युवती के पिता ने युवक पर अपहरण का मामला दर्ज कर दिया। पुलिस ने दोनों खोज लिया। युवती को उसके परिजनों और युवक को जेल में डाल दिया था।

प्रेमी से बिछुड़ने के गम में युवती ने 30 मार्च को घर में फांसी लगाकर जान दे दी। युवती की आत्महत्या की खबर जेल में मिलने के बाद प्रेमी बेचैन हो उठा। शुक्रवार देर शाम प्रेमी ने भी जेल में फांसी लगाकर जान दे दी।   युवक के फांसी लगाने की घटना जेल में अफरा-तफरी मच गई।

दरअसल गोपालपुर निवासी 25 वर्षीय समरबहादुर उर्फ श्यामजीत का गांव की ही एक 18 वर्षीय किशोरी से प्रेम प्रसंग था। चार मार्च को वह प्रेमिका के साथ कहीं चला गया था। इस पर युवती के पिता ने अगवा कर ले जाने का मुकदमा शिवली थाने में दर्ज कराया था।

20 मार्च को चौकी प्रभारी औनहां शशिकांत यादव ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था। प्रेमी के जेल जाने से युवती बहुत आहत हो गई थी और 30 मार्च को उसने घर पर ही फांसी लगाकर जान दे दी थी। 

जब यह जानकारी समरबहादुर को जेल में मिली तो वह भी गुमसुम रहने लगा था। साथी बंदी उससे पूछते भी तो वह कुछ नहीं बताता था। शुक्रवार देरशाम उसने अपनी बैरक के रोशनदान के सहारे अंगौछे से फांसी लगाकर जान दे दी।

जेल कर्मियों ने उसका शव देखा तो अफरा तफरी मच गई। जेल अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई। उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। जेल अधिकारियों ने परिवार को सूचना दी।

जेलर कुश कुमार ने बताया कि रोशनदान से फांसी लगाई है।वहीं शनिवार को युवक  के शव को पीएम के बाद परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिया। वहीं जब युवक का शव गांव पहुंचा तो उसके घर वालों को रो-रोकर बुरा हाल हो गया। 


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