प्रयागराज: ढाबे से खाना खाकर लौट रहे दो दोस्तों को ट्रक ने मारी टक्कर, दोनों की मौत

टीम भारत दीप |

ट्रक ने बाइक में टक्‍कर मार दी जिससे दोनों की मौत हो गई।
ट्रक ने बाइक में टक्‍कर मार दी जिससे दोनों की मौत हो गई।

करछना थाना क्षेत्र के मझुआ गांव निवासी 32 वर्षीय शिव कैलाश उर्फ दिनेश पुत्र राजकरण गधियांव गांव के पास में ढाबे पर खाना बनाने का कार्य करता था। शिव कैलाश अभी अविवाहित था। उसी गांव में ही उसका 36 वर्षीय साथी प्रदीप श्रीवास्तव पुत्र अनिल श्रीवास्तव भी रहता था।

प्रयागराज। संगमनगरी प्रयागराज में सोमवार शाम को करछना थाना क्षेत्र के मीरजापुर रोड पर ट्रक ने बाइक सवार युवकों को कुचल दिया,इससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।  दोनों युवक ढाबे पर खाना खाने के बाद  घर लौट रहे थे।

सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच-पड़ताल के बाद शवों को कब्‍जे में ले लिया। उधर हादसे के बाद वाहन लेकर ट्रक चालक फरार हो गया, जिसका पुलिस पता लगाने का प्रयास कर रही है।

मालूम हो कि करछना थाना क्षेत्र के मझुआ गांव निवासी 32 वर्षीय शिव कैलाश उर्फ दिनेश पुत्र राजकरण गधियांव गांव के पास में ढाबे पर खाना बनाने का कार्य करता था। शिव कैलाश अभी अविवाहित था। उसी गांव में ही उसका 36 वर्षीय साथी प्रदीप श्रीवास्तव पुत्र अनिल श्रीवास्तव भी रहता था।

खाना खाने गए थे दोनों दोस्त

सोमवार की रात में शिव कैलाश और प्रदीप  बाइक से प्रदीप एवं शिव कैलाश रात्रि में गधियांव गांव के ढाबे पर खाना खाने गए थे। ढाबे पर खाना खाने के बाद वे दोनों बाइक से वापस अपने घरों को लौट रहे थे। करछना थाना क्षेत्र के गधियांव गांव के पास प्रयागराज-मीरजापुर मार्ग पर अनियंत्रित ट्रक ने बाइक में जोरदार टक्‍कर मार दी जिससे दोनों की मौके पर मौत हो गई। 

हादसे के बाद ट्रक  चालक फरार

हादसे के बाद आसपास के ग्रामीणों सहित राहगीर पहुंचे। सूचना पाकर कुछ ही देर में वहां पुलिस भी पहुंची। तब तक शिव कैलाश और प्रदीप की मौत हो चुकी थी। रात के अंधेरे में बाइक में टक्‍कर मारने के बाद युवकों को रौंदते हुए चालक ट्रक लेकर फरार हो चुका था। पुलिस ने शवों को कब्‍जे में लेकर पोस्‍टमार्टम के लिए भेजा। साथ ही आरोपित ट्रक चालक की सुराग पुलिस लगा रही है।

प्रदीप श्रीवास्तव एक दिन पहले ही जयपुर से अपने गांव स्थित घर आया था। प्रदीप का पत्नी श्वेता श्रीवास्तव से पारिवारिक न्यायालय में मुकदमा चल रहा था। इसी मुकदमे की पैरवी के लिए वह घर आया था। प्रदीप चार भाईयों में सबसे बड़ा था। 

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