सोमवार को लखनऊ पहुंचेंगे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, यूं हो रही चप्पे—चप्पे की निगरानी

टीम भारत दीप |

10 मिनट से ज्यादा देर तक ट्रैफिक नहीं रोका जायेगा।
10 मिनट से ज्यादा देर तक ट्रैफिक नहीं रोका जायेगा।

रविवार को पुलिस कमिश्नर ने रेलवे स्टेशन से लेकर एयरपोर्ट तक सुरक्षा का जायजा लिया। इससे पहले चारबाग रेलवे स्टेशन से लोकभवन और यहाँ से वापस एयरपोर्ट तक के रूट पर फ्लीट का रिहर्सल किया गया। इस बाबत जॉइंट पुलिस कमिश्नर कानून व्यवस्था पीयूष मोर्डिया के मुताबिक राष्ट्रपति के लिए चारबाग रेलवे स्टेशन से कैंट होते हुए राजभवन और वहाँ से लोकभवन जाने का मुख्य मार्ग निर्धारित किया गया है।

लखनऊ।महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का सोमवार को सूबे की राजधानी लखनऊ में आगमन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को चाकचौबंद किया जा रहा है। इसी क्रम में रविवार को पुलिस कमिश्नर ने रेलवे स्टेशन से लेकर एयरपोर्ट तक सुरक्षा का जायजा लिया। इससे पहले चारबाग रेलवे स्टेशन से लोकभवन और यहाँ से वापस एयरपोर्ट तक के रूट पर फ्लीट का रिहर्सल किया गया।

इस बाबत जॉइंट पुलिस कमिश्नर कानून व्यवस्था पीयूष मोर्डिया के मुताबिक राष्ट्रपति के लिए चारबाग रेलवे स्टेशन से कैंट होते हुए राजभवन और वहाँ से लोकभवन जाने का मुख्य मार्ग निर्धारित किया गया है। बताया गया कि आपात स्थिति में चारबाग स्टेशन से बर्लिंगट चौराहा होकर राजभवन तक पहुंचने का अतिरिक्त मार्ग बनाया गया है।

वहीं यहाँ से वापस एयरपोर्ट पहुँचने के लिए कैंट होकर वीआईपी रोड से होते हुए एयरपोर्ट जाने का रास्ता तय किया गया है। उनके मुताबिक रूट पर ATS कमांडो, पीएसी और सिविल पुलिस के करीब दो हजार जवानों को तैनात किया जाएगा। बताया गया कि हर 500 मीटर पर एक गैजेटेड अफसर की तैनाती रहेगी जो फोर्स को डायरेक्शन देते रहेंगे।

बताया गया कि राष्ट्रपति के भ्रमण के दौरान ट्रैफिक जाम न लगे इसके लिए रुट से जुड़े रास्तों पर 94 पॉइंट पर बैरियर लगाए जाएंगे। वहीं चारबाग से लोकभवन के बीच 80 हाईटेक सीसीटीवी कैमरे इंस्टाल किये गए हैं। बताया गया कि इन कमरों की कनेक्टिविटी पुलिस मॉर्डन कंट्रोल रूम से की गई है। यहीं से पुलिस रुट पर हर पल नजर रखेगी।

इधर एसपी ट्रैफिक रईस अख्तर के मुताबिक पब्लिक को परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए किसी पॉइंट पर अधिकतम 10 मिनट से ज्यादा देर तक ट्रैफिक नहीं रोका जायेगा। बताया गया कि राष्ट्रपति का काफिला जैसे-जैसे आगे बढ़ेगा पीछे ट्रैफिक को छोड़ा जाता रहेगा। उनके मुताबिक एम्बुलेंस या फायर बिग्रेड की गाड़ी को ग्रीन कॉरिडोर देकर उन्हें गंतव्य तक पहुंचाया जाएगा।

इसके लिए 5 इंटरसेप्टर वैन सभी रुट पर दौड़ती रहेगी। बताया गया कि सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चप्पे—चप्पे पर नजर रखी जा रही है।
 


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