यूपी का रण : मायावती के खास पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय ने दिया इस्तीफा, भाजपा में हो सकते हैं शामिल

टीम भारत दीप |

पत्नी भाजपा के समर्थन से जिला पंचायत अध्यक्ष हैं, ऐसे में रामवीर भी भाजपा का ही दामन थाम सकते हैं।
पत्नी भाजपा के समर्थन से जिला पंचायत अध्यक्ष हैं, ऐसे में रामवीर भी भाजपा का ही दामन थाम सकते हैं।

रामवीर ने अपने इस्तीफे में कहा कि 2007 में पूर्ण बहुमत की सरकार बनने के बावजूद 2009 के लोकसभा, 2012 के विधानसभा और 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी उम्मीद के अनुसार सीटें नहीं जीतीं, फिर भी पार्टी ने इसकी कोई समीक्षा नहीं की। उन्होंने समय-समय पर इसकी मांग की, पर सच्चाई को नकारने की बजाय उन्हें ही पार्टी से निलंबित कर दिया गया।

लखनऊ। बसपा सरकार में काफी प्रभावशाली रहे पूर्व ऊर्जा मंत्री व हाथरस के सादाबाद से विधायक रामवीर उपाध्याय ने बहनजी का साथ छोड़ते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, उपाध्याय वर्ष 2019 से बसपा से निलंबित चल रहे हैं पर शुक्रवार को उन्होंने विधिवत अपना इस्तीफा पार्टी सुप्रीमो मायावती को भेजा दिया। इस्तीफे की कॉपी उन्होंने सोशल मीडिया पर शेयर की है। ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं।

रामवीर ने अपने इस्तीफे में कहा कि 2007 में पूर्ण बहुमत की सरकार बनने के बावजूद 2009 के लोकसभा, 2012 के विधानसभा और 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी उम्मीद के अनुसार सीटें नहीं जीतीं, फिर भी पार्टी ने इसकी कोई समीक्षा नहीं की। उन्होंने समय-समय पर इसकी मांग की, पर सच्चाई को नकारने की बजाय उन्हें ही पार्टी से निलंबित कर दिया गया। 

सिद्धांतों से भटक चुकी है पार्टी

रामवीर उपाध्याय ने आरोप लगाया कि पार्टी कांशीराम द्वारा बनाए गए सिद्धांतों एवं आदर्शों से भटक चुकी है, जिसके कारण वह त्यागपत्र दे रहे हैं। बता दें कि रामवीर की पत्नी सीमा उपाध्याय एवं उनके परिवार के सदस्य भाजपा में शामिल हो चुके हैं। पत्नी भाजपा के समर्थन से जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। ऐसे में रामवीर भी भाजपा का ही दामन थाम सकते हैं। 

रामवीर 1996 में हाथरस से बीएसपी के टिकट पर जीते और कैबिनेट मंत्री बने। बाद में हाथरस जिला बना तो रामवीर 2002 व 2007 में यहां से विधायक चुने गए। 2017 में वह सादाबाद सीट से लड़कर जीते।

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