खून का बदला खून से: कासगंज घटना का मुख्य आरोपित पुलिस मुठभेड़ में ढेर, भाई फरार

टीम भारत दीप |

अस्पताल लाने तक सिपाही की मृत्यु हो गई, जबकि दारोगा की हालत गंभीर बनी हुई है।
अस्पताल लाने तक सिपाही की मृत्यु हो गई, जबकि दारोगा की हालत गंभीर बनी हुई है।

कासगंज जिला मुख्यालय से करीब 45 किलोमीटर दूर गंगा की कटरी में स्थित गांव नगला धीमर में दरोगा अशोक कुमार सिंह ;नगला गबे किशनी, मैनपुरी और सिपाही ;देवेंद्र कुमार नगला बिंदू डौकी आगरा मंगलवार शाम शराब माफिया मोतीराम की कुर्की का नोटिस चस्पा करने गए थे। हिस्ट्रीशीटर मोतीराम के विरुद्ध 11 मुकदमे पंजीकृत हैं।

कासगंज। उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपने पुराने अंदाज में आते हुए कासगंज में पुलिस के साथ दुस्साहस पूर्ण घटना का कुछ ही घंटे में बदला ले लिया पुलिस ने देर शाम एक आरोपी को इंकाउंटर में मार गिराया जबकि दूसरा आरोपी मौके से फरार है ।

पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही है। एडीजी अजय आनंद ने मुठभेड़ की पुष्टि की है। दोनों आरोपित भाई हैं। जिसमें से एलकार को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। दूसरा आरोपित मोती फरार है।  

मालूम हो कि कासगंज में मंगलवार देर रात शराब माफिया ने दुस्साहसिक वारदात को अंजाम दिया था। कुर्की के लिए नोटिस चस्पा करने गए दरोगा अशोक कुमार सिंह और सिपाही देवेंद्र कुमार को शराब माफिया मोतीराम और एलकार ने पकड़ लिया।

आरोपियों ने पीटकर सिपाही को मौत के घाट उतार दिया, जबकि दारोगा की हालत गंभीर बनी हुई है। दोनों गांव से डेढ़ किलोमीटर दूर खेत में बंधक मिले थे।  दारोगा पर भाला से हमला किया गया है, जबकि सिपाही के सिर पर भी वार किया गया।

देर रात कई थानों की फोर्स के साथ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे। घटना को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने आरोपित पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून रासुका के तहत कार्रवाई करने का निर्देश दिए। इसके साथ ही सिपाही के आश्रित को 50 लाख रुपये और नौकरी देने की घोषणा की।

नोटिस चस्पा करने गांव गए थे दरोगा

कासगंज जिला मुख्यालय से करीब 45 किलोमीटर दूर गंगा की कटरी में स्थित गांव नगला धीमर में दरोगा अशोक कुमार सिंह ;नगला गबे किशनी, मैनपुरी और सिपाही ;देवेंद्र कुमार नगला बिंदू डौकी आगरा मंगलवार शाम शराब माफिया मोतीराम की कुर्की का नोटिस चस्पा करने गए थे।

हिस्ट्रीशीटर मोतीराम के विरुद्ध 11 मुकदमे पंजीकृत हैं। गांव में माफिया ने दोनों पुलिसकर्मियों को घेर लिया और एक पेड़ से बांधकर जमकर पीटा। इसके बाद माफिया व ग्रामीण दोनों को डेढ़ किलोमीटर दूर खेत पर ले गए। वहां भी दोनों की पिटाई की, वर्दी भी फाड़ दी।

पटियाली के सीओ गवेंद्र पाल गौतम सूचना मिलने पर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। घटना की गंभीरता को देखते हुए जिले के कई थानों की फोर्स को बुलाया गया। पुलिस को दोनों खेत में बंधक मिले। अस्पताल लाने तक सिपाही की मृत्यु हो गई, जबकि दारोगा की हालत गंभीर बनी हुई है।

दरोगा से दूर मिला था सिपाही 

पुलिस को दरोगा एक खेत में मिले, उनकी बाइक के अलावा एक अन्य बजाज प्लेटिना बाइक भी मिली है। दारोगा की वर्दी जूते भी पास ही पड़े थे। लगभग आधा घंटे बाद सिपाही भी एक गेहूं के खेत में गंभीर हालत में मिला। यहां पुलिस को शराब की भट्टी का सामान बिखरा पड़ा मिला है।


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