पुलिस का बदला पूराः सिपाही की पीट-पीटकर हत्या करने वाला मोती मारा गया

टीम भारत दीप |

पुलिस ने मोती पर एक लाख का इनाम रखा था,इलाके में इस हिस्ट्रीशीटर का भय था। लोग उसे कटरी किंग कहते थे।
पुलिस ने मोती पर एक लाख का इनाम रखा था,इलाके में इस हिस्ट्रीशीटर का भय था। लोग उसे कटरी किंग कहते थे।

गोली लगने के बाद उसे कासगंज जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 9 फरवरी को सिपाही देवेंद्र सिंह और दारोगा अशोक एक नोटिस चिपकाने कासगंज के नगला धीमर गांव गए थे। यहां मोती सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर दोनों के साथ मारपीट की थी।

कानपुर।  कासगंज में शराब माफिया ने दबिश देने गए दरोगा और सिपाही से मारपीट की थी, जिसमें सिपाही की मौत हो गई थी। पुलिस ने तत्काल बदला लेते हुए मुख्य आरोपित के भाई को घटना वाली अगली रात को ही मार गिराया था।

इसके बाद मुख्य आरोपित को आज मार गिराया । मालूम हो कि पुलिस ने कासगंज में काली नदी के इलाके में ही मोती सिंह को पुलिस ने ढेर किया। इसी इलाके में उसके चचेरे भाई एलकार को 10 फरवरी को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था। 

9 फरवारी को हुई थी वारदात

कासगंज में सिपाही की पीट-पीटकर हत्या करने वाला मुख्य आरोपी मोती सिंह रविवार तड़के 3.30 बजे एनकाउंटर में मारा गया। मोती पर एक लाख रुपये का इनाम था।

पुलिस ने उसके पास से वह पिस्टल भी बरामद कर ली है, जो उसने पुलिस कर्मियों से मारपीट के दौरान छीनी थी। कासगंज के एसपी मनोज कुमार सोनकर ने बताया कि मोती और पुलिस के बीच करतला रोड पर काली नदी के पास मुठभेड़ हुई।

गोली लगने के बाद उसे कासगंज जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 9 फरवरी को सिपाही देवेंद्र सिंह और दारोगा अशोक एक नोटिस चिपकाने कासगंज के नगला धीमर गांव गए थे। यहां मोती सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर दोनों के साथ मारपीट की थी। घटना में देवेंद्र की मौत हो गई थी और अशोक घायल हो गए थे।

पुलिस ने एक लाख का इनाम रखा था  

पुलिस ने मोती पर एक लाख का इनाम रखा था। इलाके में इस हिस्ट्रीशीटर का भय था। लोग उसे कटरी किंग कहते थे। पुलिस ने मारपीट की घटना के बाद अगले ही दिन मोती के भाई एलकार को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था।

एलकार मोती का चचेरा भाई था। उसका एनकाउंटर भी 10 फरवरी को सुबह तड़के तीन बजे काली नदी के किनारे किया गया था। पुलिस इस केस में मोती की मां सियारानी, नवाब और गुड्डू को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

गंभीर हालत में मिले थे एसएचओ

नगला धीमर गांव अवैध शराब के कारोबार के लिए कुख्यात है। यहां अक्सर पुलिस कार्रवाई होती रहती है। नगला धीमर गांव अवैध शराब के कारोबार के लिए कुख्यात है। यहां अक्सर पुलिस कार्रवाई होती रहती है।

घटना के दिन मोती और उसके साथियों ने पहले पुलिसवालों को गांव में पीटा, फिर उन्हें बंधक बनाकर अनजान जगह पर ले गए थे। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। सर्चिंग के दौरान खेत में एसएचओ अर्धनग्न हालत में घायल मिले थे।
 


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