अंधविश्वास में कर डाला ऐसा काम, अब खुद की जान पर बन आई

टीम भारतदीप |

भक्त ने अष्टमी की रात्रि को बलि देने की कोशिश में अपनी गर्दन काट ली
भक्त ने अष्टमी की रात्रि को बलि देने की कोशिश में अपनी गर्दन काट ली

तंत्र सिद्धि के लिए अपनी गर्दन काटकर भगवान शिव को चढ़ाने की कोशिश करने वाले तांत्रिक पर भगवान शिव मेहरबान नहीं हुए। उल्टा तांत्रिक की जान के लाले पड़े हुए हैं। यह हैरान करने वाला मामला उत्तर प्रदेश में हमीरपुर जिले के एक गांव स्थित बेतवा नदी के किनारे स्थित प्राचीन कोटेश्वर मंदिर का है।

हमीरपुर। तंत्र सिद्धि के लिए अपनी गर्दन काटकर भगवान शिव को चढ़ाने की कोशिश करने वाले तांत्रिक पर भगवान शिव मेहरबान नहीं हुए। उल्टा तांत्रिक की जान के लाले पड़े हुए हैं। यह हैरान करने वाला मामला उत्तर प्रदेश में हमीरपुर जिले के एक गांव स्थित बेतवा नदी के किनारे स्थित प्राचीन कोटेश्वर मंदिर का है। 

यहां पर एक भक्त ने अष्टमी की रात्रि को बलि देने की कोशिश की। मामले की जानकारी होते ही मौके पर पहुंचे परिवारीजनों ने युवक को एंबुलेंस की मदद से जिला अस्पताल में भर्ती कराया। 

वहीं पुलिस के मुताबिक अंधविश्वास के तहत तांत्रिक सिद्धि के लिए उसने ऐसा कदम उठाया है। अस्पताल में उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।

दरअसल हमीरपुर जिले के कुरारा थाना क्षेत्र के बेरी गांव के पास कोटेश्वर शिव का मंदिर है, यहां बेरी गांव निवासी रुक्मणी विश्वकर्मा अक्सर तांत्रिक साधना में लीन रहता था, लेकिन उसे साधना सिद्धि में सफलता नहीं मिल रही थी। 

इसी के चलते उसने कोटेश्वर शिव मंदिर पहुंचकर सरौते से वार कर अपनी गर्दन भगवान शिव को चढ़ाने की कोशिश कर डाली। गर्दन पर वार करते ही वह खून से लथपथ हो गया और मंदिर में ही बेहोश हो गया। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया। 

एसपी नरेंद्र सिंह के मुताबिक एक सनकी शख्स ने तांत्रिक सिद्धि के लिए खुद की गर्दन काटकर भगवान शिव में चढ़ाने की कोशिश की है। उसके द्वारा प्रयुक्त हथियार बरामद कर लिया गया है।


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