बेगुनाहों को मारने वाले आतंकी शैतान की औलाद इन्हें जलाना चाहिए: राव मुशर्रफ

टीम भारत दीप |

मौत के बाद आतंकियों को दफनाना नहीं बल्कि जलाना चाहिए।
मौत के बाद आतंकियों को दफनाना नहीं बल्कि जलाना चाहिए।

राव मुशर्रफ ने बुधवार को कश्मीर में हो रहे बेगुनाहों की हत्या के मामले में कहा कि इस्लाम के चेहरे को बदनाम करने के लिए आतंकियों ने ईद मिलाद-उल-नबी से पहले षड्यंत्र रचा है, ताकि मुसलमान ठीक से त्योहार न मना सकें। राव ने आगे कहा कि कश्मीर, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में दूसरे धर्म के लोगों को पूजा आदि करने से रोका जा रहा है।

सहारनपुर। पिछले कुछ दिनों से कश्मीर में बाहरी लोगों को निशाना बनाते हुए हत्या की जा रही है। आंतकियों द्वारा की जा रही इन हत्याओं को लेकर देशभर में आक्रोश का माहौल है।

 इस मामले में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के जिला संयोजक राव मुशर्रफ ने कहा कि आतंकियों का कोई धर्म नहीं होता। इनका मकसद सिर्फ मानवता का कत्ल करना है। कहा कि आतंकी शैतान की औलाद होते हैं। मौत के बाद उन्हें दफनाना नहीं बल्कि जलाना चाहिए।
 
इस्लाम को बदनाम करने की साजिश

राव मुशर्रफ ने बुधवार को कश्मीर में हो रहे बेगुनाहों की हत्या के मामले में कहा कि इस्लाम के चेहरे को बदनाम करने के लिए आतंकियों ने ईद मिलाद-उल-नबी से पहले षड्यंत्र रचा है, ताकि मुसलमान ठीक से त्योहार न मना सकें। राव ने आगे कहा कि कश्मीर, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में दूसरे धर्म के लोगों को पूजा आदि करने से रोका जा रहा है। यह सब शैतानों वाले काम हैं।

हमें एक-दूसरे की इबादत का सम्मान करना चाहिए

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो लोग मस्जिदों में बम धमाके करते हैं। मंदिरों या पूजा स्थलों पर मूर्तियां खंडित करते हैं, ऐसे लोगों की नमाज-ए-जनाजा नहीं होनी चाहिए बल्कि इन्हें जलाना चाहिए। यदि कोई इन्हें सुपुर्द-ए-खाक करता है या इनकी जनाजे की नमाज पढ़ाता है तो समझ लेना चाहिए कि वह भी कहीं न कहीं इनका ही समर्थक है।

आपकों बता दें कि पिछले कुछ दिनों से कश्मीर में रहकर रोजगार करते थे,उन लोगों को निशाना बनाते हुए उनकी हत्या की जा रही है। इस वजह से वह प्रवासी मजदूर कश्मीर छोड़ने को मजबूर है, वहीं सेना लगातार आतंकियों को मुठभेड़ में ढेर कर रही है। 

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