पीलीभीत: किसानों की बढ़ी टेंशन, धान और गन्ना क्रय केंद्रों के आसपास मिली बाघ की लोकेशन

टीम भारत दीप |
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वहां किसान डरे और सहमे हुए हैं।
वहां किसान डरे और सहमे हुए हैं।

पीलीभीत में कलीनगर क्षेत्र में धान क्रय केंद्र है। इन केंद्रों पर रात दिन किसान अपना धान बेचने आते हैं, लेकिन यहां बाघ का खतरा मंडरा रहा है।

पीलीभीत। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में बीते कई दिनों से बाघ से जुड़ी खबरें सामने आ रही हैं। जिसके चलते वहां किसान डरे और सहमे हुए हैं।

हाल ही में जहां बाघ की लोकेशन मिली है, वहां आसपास इलाके में धान के चार क्रय केंद्र और गन्ना खरीद का एक केंद्र है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन लोगों को बाघ कई बार दिखे भी हैं।

इस खतरे से निपटने के लिए प्रशासन ने जो व्यवस्था की है वो सिर्फ ये है कि क्रय केंद्रों के बाहर बोर्ड लगा दिया गया है कि सावधान रहें यहां बाघ की लोकेशन मिली है। बाघ की लोकेशन मिलने और प्रशासन की इस तैयारी को देखकर किसानों का परेशान होना लाजिमी है।

बता दें कि पीलीभीत में कलीनगर क्षेत्र में धान क्रय केंद्र है।इन केंद्रों पर रात दिन किसान अपना धान बेचने आते हैं लेकिन यहां बाघ का खतरा मंडरा रहा है। जानकारी के मुताबिक, बाघ ने हरदोई ब्रांच नहर को अपना घर बनाया हुआ है।

बताते चले कि नहर के दोनों तरफ धान के चार क्रय केंद्र और गन्ना तौल का एक सेंटर लगा है। स्थानीय लोगों को सावधान करने के लिए गांव वालों ने क्रय केंद्रों अथवा जगह-जगह पर किसानों के लिए लिखवा दिया है कि आप लोग सावधान रहेे पास में बाघ की लोकेशन मिली है।

इसके साथ ही धान के क्रय केंद्र के पास होने के साथ-साथ गन्ने के सेंटर पर भी दहशत बनी हुई है। आसपास के लोगो का कहना है कि वे लोग यहां पर तो ट्राली में जाल लगाकर लोग अंदर रहते हैं। इसके साथ ही जहां-जहां बाघ की दहशत है वहां 20 से 30 लोग एक साथ नज़र आते हैं। किसान और गांव वाले बाघ की लोकेशन पास में मिलने से परेशान हैं।

बता दें कि स्थानीय निवासी लखविन्द्र सिंह ने बताया कि हम लोगों ने अपने धान क्रय केंद्र पर दिया है। लखविन्द्र ने बताया कि वे लोग रात में अपने धान देखने क्रय केंद्र पर जाते है। उनका कहना है कि यहां बाघ की लोकेशन मिली है। इस वजह से हम लोगो को बहुत परेशानी हो रही है।

उनका कहना है कि जब हम लोगों को बाहर जाना होता है तो हम लोग 5 से 10 लोग एक साथ निकलते हैं। लेकिन अभी तक इस पर कोई भी कार्रवाही नहीं की गई। जानकारी के मुताबिक, धान और गन्ना क्रय केंद्रों पर बाघ की दहशत बनी हुई है।

बता दें कि चंद कदम की दूरी पर हरदोई ब्रांच की सूखी नहर है। जिसकी वजह से बाघ दोनों तरफ आराम से पहुंच जाता है। आसपास के लोगों का कहना है कि बाघ अक्सर शाम को 4:00 से बजे 5:00 के बीच नहर से होकर दूसरी तरफ जाता है। बताया गया कि बीते 4 दिन से एक ही जगह से बाघ आता जाता  है।

डीएफओ संजीब कुमार का कहना है कि बाघ नहर के किनारे झाड़ियों में है। उन्होंने बताया कि इस समय नहर में पानी नहीं है। इसलिए बाघ भागकर नहर को क्रॉस कर आ जा रहा है। उनका कहना ही कि दूसरी तरफ से कुत्तों ने बाघ को दौड़ा दिया है, जिसकी वजह से बाघ वापस आ गया है।

डीएफओ का कहना है कि हम ग्रामीणों को जागरूक कर रहे हैं और हमने सारी सड़कें बंद करा दी हैं। उनका कहना है कि हमारा प्रयास रहेगा कि टाइगर सकुशल जल्दी जंगल में चला जाए, आस पास में लगे धान क्रय केंद्रों पर भी सूचना दे दी है हमारी टीम सभी को जागरूक कर रही है.


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