चुनाव से पहले ममता बनर्जी को बड़ा झटका, टीमसी विधायक शुभेन्दु अधिकारी ने दिया इस्तीफा

टीम भारतदीप |

शुभेन्दु अधिकारी के बीजेपी में शामिल होने की उम्मीद
शुभेन्दु अधिकारी के बीजेपी में शामिल होने की उम्मीद

तृणमूल कांग्रेस के दिग्गज नेता शुभेंदु अधिकारी ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। बुधवार शाम शुभेंदु अधिकारी विधानसभा में अपना इस्तीफा सौंपने के लिए पहुंचे थे, लेकिन स्पीकर की गैरमौजूदगी में उन्होंने सचिवालय को अपना इस्तीफा सौंप दिया।

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में चुनाव से पहले ममता बनर्जी को बड़ा झटका लगा है। तृणमूल कांग्रेस के दिग्गज नेता शुभेंदु अधिकारी ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है।

बुधवार शाम शुभेंदु अधिकारी विधानसभा में अपना इस्तीफा सौंपने के लिए पहुंचे थे, लेकिन स्पीकर की गैरमौजूदगी में उन्होंने सचिवालय को अपना इस्तीफा सौंप दिया। अटकलें लगाई जा रही है कि शुभेन्दु बीजेपी में शामिल हो सकते है।

बता दें कि 2021 में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने है। ऐसे में अधिकारी का विधायक पद से इस्तीफा देना ममता बनर्जी के लिए बहुत बड़ा झटका होगा।

गौरतलब है कि कुछ समय पहले शुभेन्दु अधिकारी ने राज्य कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था। वहीं दूसरी तरफ गृहमंत्री अमित शाह के बंगाल दौरे के दौरान शुभेन्दु के बीजेपी में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे है।

बताते चले कि राज्य के छह जिलों में फैली 65 विधानसभा सीटों में अधिकारी परिवार की पकड़ मजबूत है। वहीं शुभेन्दु के इस्तीफे के बाद बीजेपी के उपाध्यक्ष मुकुल राय का कहना है कि जिस दिन शुभेन्दु अधिकारी ने मंत्री पद से इस्तीफा दिया था, उस दिन मैंने बोला था कि अगर वह टीएमसी छोड़ देंगे और हम उनका स्वागत करेंगे तो मुझे खुशी होगी।

मुकुल राय ने कहा कि आज अधिकारी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है और मैं उनके फैसले का स्वागत करता हूं। वहीं अधिकारी के इस्तीफे के बाद बंगाल भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने कहा कि रोजाना टीएमसी के नेता बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। उनका कहना है कि टीएमसी रहने लायक पार्टी नहीं है, वहां लोकतंत्र नहीं है। ऐसे में वहां के नेता परेशान होकर भाजपा में शामिल हो रहे हैं।

बता दें कि इससे पहले अधिकारी ने मंगलवार को स्थानीय और बाहरी लोगों के संबंध में चल रही बहस को लेकर तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि अन्य राज्यों से आने वाले लोगों को बाहरी नहीं कहा जा सकता। उन्होंने कहा कि वह बंगाली बाद में है उसके पहले वह भारतीय हैं। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व की भी आलोचना करते हुए कहा कि वह लोगों की अपेक्षा पार्टी को अधिक महत्व दे रहा है।


संबंधित खबरें