उन्नाव:बच्चों की शिक्षा के साथ—साथ विद्यालय में यूं हुईं खेती—किसानी व महिलाओं की समस्याओं पर बात

टीम भारत दीप |

प्रेरणा चौपाल लगाकर उत्तम खेती के गुर भी सिखाए गए।
प्रेरणा चौपाल लगाकर उत्तम खेती के गुर भी सिखाए गए।

शुक्रवार को सोहरामऊ स्थित प्राथमिक विद्यालय, अंग्रेजी माध्यम स्कूल (मॉडल स्कूल) में जहां एक ओर महिलाओं (आधी आबादी) की समस्याओं के दृष्टिगृत मासिक धर्म स्वच्छता विषय पर संगोष्ठी व सेनेटरी नैपकिंस वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया तो वहीं बच्चों के अभिभावक किसानों के लिए चौपाल लगाकर विशेषज्ञों द्वारा उन्हें उत्तम खेती के गुर भी सिखाए गए।

उन्नाव। बच्चों की शिक्षा के साथ—साथ आज जिले का प्राथमिक विद्यालय एक अनूठी पहल का साक्षी बना। दरअसल शुक्रवार को सोहरामऊ स्थित प्राथमिक विद्यालय, अंग्रेजी माध्यम स्कूल (मॉडल स्कूल) में जहां एक ओर महिलाओं (आधी आबादी) की समस्याओं के दृष्टिगृत मासिक धर्म स्वच्छता विषय पर संगोष्ठी व सेनेटरी नैपकिंस वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया ,

तो वहीं बच्चों के अभिभावक किसानों के लिए प्रेरणा चौपाल लगाकर विशेषज्ञों द्वारा उन्हें उत्तम खेती के गुर भी सिखाए गए। इस प्रयास में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित प्रधान शिक्षिका स्नेहिल पाण्डेय की भूमिका अहम रही। कार्यक्रम में किशोरियों व महिलाओं को मासिक धर्म में स्वस्छता के महत्व को बताते हुए विषय विशेषज्ञों ने अहम जानकारी दी।

साथ ही इसके आभाव में होने वाली बीमारियों से उन्हें अवगत कराते हुए जागरूक किया गया। कार्यक्रम के दौरान किशोरियों व महिलाओं को सैनेटरी नैपकिंस का वितरण भी किया गया। कार्यक्रम की कड़ी को आगे बढ़ाते हुए स्नेह वृक्षारोपण अभियान,हरित मुहिम और बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रेरणा चौपाल लगाकर गांव के किसानों को करीब लाने का प्रयास किया गया।

कार्यक्रम के दौरान किसानों से ऑर्गेनिक खेती पर फोकस करने की बात भी कही गई। वहीं जैविक खेती के परिणाम तथा जैविक खेती का क्या भविष्य है? इस बारे में बताया गया। इस विषय पर आईआईटी कानपुर से विद्यालय के कार्यक्रम में शामिल होने आए दो विशेषज्ञों  डॉ. मोहन मिश्रा व डॉ. कौशलेन्द्र ने प्रकाश डाला। साथ ही गांव के किसानों के बीच में कोऑपरेटिव सोसाइटी से संबंधित जानकारी भी साझा की गई।

मिट्टी की गुणवत्ता एवं उर्वरता बढ़ाने के प्रयासों पर भी किसानों को जानकारी मुहैया कराई गई। कार्यक्रम में 60 कृषक अभिभावकों को सम्मिलित किया गया था। इसमें 30 पुरुष और 30 महिलाएं शामिल रही। वहीं सभी अभिभावकों ने अपने हस्ताक्षर करके इस अभियान को सफल बनाने में सशक्त भूमिका निभाई तथा स्कूल के सामुदायिक उन्मुखीकरण की सराहना की। कार्यक्रम में 5 गांव के ग्राम प्रधान भी शामिल रहे।

जिनमें बाल्हेमऊ से रंजन लाल यादव ,सोहरामऊ से राहुल बाजपेई ,दिनेश सिंह ,मिर्जापुर से सुरेश लोधी तथा निधान खेड़ा,सरौती से गणेश कुमार, लालपुर, सतगुरु खेड़ा,चुन्नीखेड़ा आदि से ग्रामीण अभिभावक उपस्थित रहे। इस मौके पर ईओ सुशील कुमार, ग्राम विकास अधिकारी कविता गौतम तथा पूर्व प्रधान सुरेश आदि मौजूद रहे।

वहीं सहायक शिक्षक मयंक बाजपेई रेनू मेहरा,जनिता राजपूत ,राज कुमारी यादव ,रुचि सिंह,रश्मि कमल,मोनिका बाजपेयी आदि का योगदान सराहनीय रहा।


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