यूपी के सीतापुर में स्कूल से घर लौट रही शिक्षिका को खेत में खींचा, दुष्कर्म की कोशिश

टीम भारत दीप |

शिक्षिका से सोने के कुंडल और रूपये छीनकर भागने लगे।
शिक्षिका से सोने के कुंडल और रूपये छीनकर भागने लगे।

वह अपने विद्यालय से अंदौलीपुरवा की ओर पैदल आने लगी तो रास्ते में अहमदपुर मोड़ पर पहले से घात लगाए दो युवकों ने उसे जबरदस्ती गन्ने के खेत में खींच लिया और बलात्कार की नीयत से पटक दिया। वह साहस दिखाते हुए उठी तो आरोपियों ने फिर उसे खेत में पटक दिया।

सीतापुर। उत्तर प्रदेश के सीतापुर में बेसिक स्कूल में तैनात एक शिक्षिका को दो युवकों ने खेत में खींचकर दुष्कर्म की कोशिश की। शिक्षिका स्कूल की छुट्टी के बाद अपने घर जाने के लिए वैन का इंतजार कर रही थी। 

पीड़िता साहस दिखाते हुए जैसे-तैसे चीखते हुए वहां से भागी, तब तक उसका शोर सुनकर आसपास के लोग भी आ गए। उसी दौरान वैन से पहुंचे उसके साथियों ने आरोपी युवकों में से एक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। पीड़िता का यह भी आरोप है कि गांव के किसी व्यक्ति ने उसकी मदद नहीं की। 

सीतापुर के थाना संदला में दी तहरीर में पीड़ित शिक्षिका ने बताया है कि वह गोंदलामउ ब्लाॅक के एक प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत है। गुरूवार को वह अपने विद्यालय के अवकाश के बाद करीब साढ़े तीन बजे घर जाने के लिए वैन का इंतजार कर रही थी। 

इसके लिए वह अपने विद्यालय से अंदौलीपुरवा की ओर पैदल आने लगी तो रास्ते में अहमदपुर मोड़ पर पहले से घात लगाए दो युवकों ने उसे जबरदस्ती गन्ने के खेत में खींच लिया और बलात्कार की नीयत से पटक दिया। वह साहस दिखाते हुए उठी तो आरोपियों ने फिर उसे खेत में पटक दिया। 

इतने में भी उसने हिम्मत नहीं हारी और उन्हें धक्का देकर चीखती हुई वहां से भागी। शोर सुनकर कुछ राहगीर वहां रूक गए लेकिन उन्होंने शिक्षिका की कोई मदद नहीं की। इतने में उसकी वैन से भी आ गई और साथ जाने वाले लोगों व कुछ गांव वालों का शोर सुनकर बदमाश शिक्षिका से सोने के कुंडल और रूपये छीनकर भागने लगे। 

वैन में साथ जाने वाले शिक्षकों और गांव वालों ने भागते हुए आरोपियों में से एक को पकड़ लिया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया। मामले में पुलिस से एफआईआर दर्ज कर एक आरोपी को जेल भेज दिया है। दूसरे की तलाश जारी है।  

प्रदेश भर के शिक्षकों में रोष
पीड़िता का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है जिसमें वह अपने अधिकारियों के सामने रो-रोकर अपनी घटना बयां कर रही है। साथ ही सवाल कर रही है कि अगर मेरे साथ कुछ हो जाता तो कौन जिम्मेदार होता। 

पीड़िता के वीडियो पर शिक्षकों ने विभाग की जबरन शिक्षकों को विद्यालय बुलाने और बच्चे न होने पर भी तीन बजे तक रूकने जैसी नीति पर सवाल उठाए हैं। साथ ही निर्जन इलाकों में मोहल्ला क्लासेस को लेकर भी विभाग से पुनर्विचार की अपील की है।


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