यूपी: सीएम योगी का नया फरमान, ये व्यवस्था हो दुरूस्त ताकि पीड़ितों को तुरन्त मिल सके सहायता

टीम भारत दीप |
अपडेट हुआ है:

यह फरमान सीएम योगी आदित्यनाथ मंगलवार को हाईलेवल मीटिंग में दिया है।
यह फरमान सीएम योगी आदित्यनाथ मंगलवार को हाईलेवल मीटिंग में दिया है।

साथ ही 24 घंटे के भीतर प्रभावितों को मुआवजा राशि मिल सके। इसके लिए व्यवस्था को दुरूस्थ किया जाए। यह फरमान देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को हाईलेवल मीटिंग में दिया है। दरअसल सीएम योगी मंगलवार को उच्चस्तरीय बैठक में विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे।

लखनऊ। आग की दुर्घटना होने पर पीड़ितों को तुरन्त राहत सामग्री उपलब्ध कराई जाए। साथ ही 24 घंटे के भीतर प्रभावितों को मुआवजा राशि मिल सके। इसके लिए व्यवस्था को दुरूस्थ किया जाए। यह फरमान देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को हाईलेवल मीटिंग में दिया है।

दरअसल सीएम योगी मंगलवार को उच्चस्तरीय बैठक में विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। यहां उन्होंने जिलों में अग्निशमन केन्द्रों को पूरी तरह एक्टिव रखने के आदेश दिया है। वहीं सीएम ने कहा कि आग की दुर्घटना होने पर पीड़ितों को तुरन्त राहत सामग्री उपलब्ध कराई जाए। साथ ही 24 घंटे के भीतर प्रभावितों को मुआवजा राशि मिले।

वहीं उन्होंने कहा कि गेहूं क्रय पर कोविड प्रोटोकाल का पूर्ण पालन करते हुए गेहूं खरीद की कार्यवाही की जाए। इसके लिए सुनिश्चित किया जाए कि सभी लोग अनिवार्य रूप से मास्क का उपयोग करें और सोशल डिस्टेंसिंग को अपनाएं। बैठक में सीएम योगी ने कहा कि किसानों को अपनी उपज बेचने में अधिक समय तक इन्तजार न करना पड़े।

कहा गया कि सभी गेहूं क्रय केन्द्रों पर पर्याप्त संख्या में बोरों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। सीएम योगी ने कहा कि क्रय किए गए गेहूं के सुरक्षित भण्डारण के भी समुचित प्रबन्ध किए जाए। उन्होंने कहा कि गेहूं क्रय केन्द्रों पर किसानों के बैठने, पेयजल और छाया आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

सीएम ने कहा कि गो-आश्रय स्थलों की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाए रखा जाए। कहा गया कि गेहूं की फसल की कटाई के मद्देनजर संरक्षित गोवंश के लिए भूसे की व्यवस्था सुगमता से की जा सकती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गो-आश्रय स्थलों में पर्याप्त मात्रा में भूसे की व्यवस्था करते हुए उसके भण्डारण के लिए समुचित व्यवस्था की जाए।


संबंधित खबरें