यह कैसी व्यवस्था: बोर्ड परीक्षा में मृतक शिक्षकों और मातृत्व अवकाश पर चल रहीं शिक्षिकाओं की भी लगा दी ड्यूटी

टीम भारत दीप |

ड्यूटी में संशोधन नहीं किया गया तो संगठन आंदोलन करेगा।
ड्यूटी में संशोधन नहीं किया गया तो संगठन आंदोलन करेगा।

विषय में बीएसए का कहना है कि सॉफ्टवेयर पर उपलब्ध सूची से बोर्ड स्तर से ड्यूटी लगाई गई है इस वजह से गड़बड़ी हुई है। मातृत्व अवकाश पर चल रही शिक्षिकाओं की ड्यूटी नहीं लगनी है। बाल्यकाल देखभाल अवकाश पर चल रहीं शिक्षिकाओं को विशेष परिस्थिति में बुलाया जा सकता है, उसके बदले में और अवकाश स्वीकृत कर दिया जाएगा।

आगरा। आज से प्रदेश में बोर्ड परीक्षा शुरू हो गई, लेकिन परीक्षा को कराने के लिए जिम्मेदारों ने जो ड्यूटी लगाई है, उनमें काफी लापरवाही बरती गई है। लापरवाही इस हद तक बरती गई ​कि मृत शिक्षकों की भी ड्यूटी लगा दी गई है। इसके अलावा मातृत्व अवकाश व बाल्यकाल देखभाल अवकाश पर चल रहीं शिक्षिकाओं भी ड्यूटी लगाई गई है।  

उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलामंत्री बृजेश दीक्षित के मुताबिक सैंया ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय, रघुपुरा में शिक्षक रहे मुकेश कुमार सोलंकी की मृत्यु हो चुकी है, इनकी ड्यूटी डॉ. कर्ण सिंह इंटर कॉलेज, रहलई में लगाई गई है।

प्राथमिक विद्यालय मोतियापुरा की ललिता की भी मृत्यु हो चुकी है, इनकी ड्यूटी किसान इंटर कॉलेज में लगाई गई है। इसी तरह उच्च प्राथमिक विद्यालय, सिकंदरपुर के हेमंत कुमार की भी मृत्यु हो चुकी है, इनकी ड्यूटी श्रीमाता वैष्णो देवी इंटर कॉलेज में लगाई गई है। 

वहीं इस विषय में बीएसए का कहना है कि सॉफ्टवेयर पर उपलब्ध सूची से बोर्ड स्तर से ड्यूटी लगाई गई है इस वजह से गड़बड़ी हुई है। मातृत्व अवकाश पर चल रही शिक्षिकाओं की ड्यूटी नहीं लगनी है। बाल्यकाल देखभाल अवकाश पर चल रहीं शिक्षिकाओं को विशेष परिस्थिति में बुलाया जा सकता है, उसके बदले में और अवकाश स्वीकृत कर दिया जाएगा। 

संशोधन नहीं किया तो संगठन आंदोलन करेगा

उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलामंत्री बृजेश दीक्षित का कहना है कि बोर्ड परीक्षा में इस बार परिषदीय शिक्षकों की ड्यूटी दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से लगा दी गई है। परिषदीय स्कूलों की परीक्षाओं को ध्यान में नहीं रखा गया। मृतक शिक्षकों की ड्यूटी भी लगाई गई है।

जो शिक्षिकाएं मातृत्व अवकाश और बाल्यकाल देखभाल अवकाश पर चल रहीं शिक्षिकाओं की भी ड्यूटी लगी है। ड्यूटी में संशोधन नहीं किया गया तो संगठन आंदोलन करेगा। बोर्ड परीक्षा ड्यूटी के नाम पर शिक्षकों का उत्पीड़न नहीं होने दिया जाएगा।

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