फेक न्यूज से बचने के लिए व्हाट्सएप की इन 10 बातों को घोल के पी जाइये

टीम भारत दीप |
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व्हाट्सएप ग्रुप में फाॅरवार्डेड मैसेज की बाढ़ सी आ जाती है।
व्हाट्सएप ग्रुप में फाॅरवार्डेड मैसेज की बाढ़ सी आ जाती है।

व्हाट्सएप पर आने वाली किसी भी सूचना को आप पढ़ने के बाद पहले वेरिफाई करें। इसके लिए आप उसे इंटरनेट पर सर्च कर सकते हैं। कोई ट्वीट या फेसबुक पोस्ट उसे ट्विटर और फेसबुक से वेरिफाई कर सकते हैं।

सोशलमीडिया डेस्क। दुनिया भर में सोशल मीडिया के प्रचलन के बाद फेक न्यूज यानी झूठी सूचना की बाढ़ सी आ गई है। इसके सबसे ज्यादा शिकार व्हाट्सएप यूजर ही हैं। यूं तो हर सोशलमीडिया प्लेटफार्म पर फेक न्यूज फैलाने वाले मिल जाएंगे लेकिन व्हाट्सएप पर अपने जानने वाले काॅन्टैक्ट से आने वाला मैसेज हमें ज्यादा भ्रमित करता है। 

खासकर व्हाट्सएप ग्रुप में फाॅरवार्डेड मैसेज की बाढ़ सी आ जाती है। इन मैसेज में आपके लिए ये जानना मुश्किल है कि कौन सी जानकारी सत्य है। आप तो बस अपने काॅन्टैक्ट की विश्वसनीयता के आधार पर मैसेज के सही या फेक होने का निर्णय कर लेते हैं। 

याद रहे मैसेज आपका परिचित भेजे या कोई और फेक न्यूज को फेलाना कानूनन अपराध है। हाल ही में बिहार में पुल टूटने की सूचना और मध्य प्रदेश में दलित श्रमिकों की मौत की खबर इसका उदाहरण हैं। 

बिहार में पुल के एप्रोच रोड बहने को पुल बहने के नाम पर प्रचारित किया गया। इसी प्रकार मध्य प्रदेश में दलित दंपति पर पुलिस के अत्याचार के बाद उनके कीटनाशक पी लेने और मौत का समाचार फेलाया गया। जबकि वे दंपति कीटनाशक पीने के बाद बच गए हैं। उन्हें उपचार के द्वारा बचा लिया गया है। 

आप भी इसके शिकार हो सकते हैं। इसलिए व्हाट्सएप ने अपने यूजर के लिए 10 जानकारियां भेजी हैं जिन्हें याद रखकर आप फेक न्यूज से बच सकते हैं और उसे फैलने से भी रोक सकते हैं- 

फारवार्ड मैसेज
व्हाट्सएप ने अपने अब मैसेज के साथ एक फीचर जोड़ दिया है जिसमें आपको यह पता चल जाता है कि मैसेज फाॅरवार्डेड है या खुद लिखा गया है। ऐसे में आप फाॅरवार्ड मैसेज को पहचान कर उसकी सत्यता की जांच कर सकते हैं। अधिकतर फेक न्यूज फाॅरवार्ड मैसेज के जरिए ही आती हैं। 
 
मैसेज पढ़े और जांचें
व्हाट्सएप पर आने वाली किसी भी सूचना को आप पढ़ने के बाद पहले वेरिफाई करें। इसके लिए आप उसे इंटरनेट पर सर्च कर सकते हैं। कोई ट्वीट या फेसबुक पोस्ट उसे ट्विटर और फेसबुक से वेरिफाई कर सकते हैं। साथ सूचना जारी करने वाला अकाउंट वेरिफाइड है तो उससे भी सूचना की वैधता का पता चल जाता है। 

फोटो पर गौर करें
व्हाट्सएप या अन्य प्लेटफार्म पर फाॅरवार्ड होने वाले फोटो कई बार एडिट किए गए होते हैं। ऐसे में आप फोटो का ध्यान से देखकर और उन्हें गूगल पर सर्च करके उसे सही होने की जानकारी कर सकते हैं। 

अन्य श्रोत भी देखें
आपके पास आने वाली जानकारी जिस श्रोत से आ रही उसके अलावा उस जानकारी को किसी अन्य श्रोत से भी पता करें। 

प्राइवेसी आॅन करें
व्हाट्सएप आपको अपना अकाउंट अपनी जरूरत के हिसाब से कस्टमाइज करने का मौका देता है। यदि कोई नंबर लगातार फेक न्यूज प्रसारित कर रहा है तो आप उसे ब्लाॅक सकते हैं। उसकी जानकारी भी रिपोर्ट एब्यूज करके व्हाट्सएप को दे सकते हैं। यदि कोई ऐसा ग्रुप है तो उससे बाहर भी आ सकते हैं। यह सुविधा सभी प्लेटफार्म पर है। 

आत्मावलोकन
व्हाट्सएप पर आने वाला मैसेज कई बार आपको अपसेट कर देता है या गुस्सा दिला देता है। ऐसे में मैसेज पढ़ने के बाद आप उसके बारे में विचार कर सकते हैं कि यह मैसेज किसी बुरे उद्देश्य से तो आपके पास नहीं भेजा गया है। यदि आपका जबाव हां है तो उसे आगे न भेजें। 

भाषा को जांचें 
कई बार फेक न्यूज वाले मैसेज में स्पेलिंग मिस्टेक और व्याकरणगत कई गलतियां होती हैं। इनके द्वारा भी आप फेक न्यूज की पहचान कर सकते हैं। 

लिंक को जांचें
मैसेज के साथ आने वाले लिंक और वेबसाइट को पहचान कर भी आप मैसेज के फेक या सही होेने का अनुमान लगा सकते हैं। यदि वह लिंक किसी परिचित वेबसाइट का है तो ही उस पर भरोसा करें अन्यथा नहीं। 

आत्मसंतुष्टि
व्हाट्सएप पर आने वाले मैसेज की के बारे में यदि आप खुद श्योर नहीं हैं तो उसे आगे कतई फाॅरवार्ड  नहीं करें।

वायरल का मतलब सच नहीं 
एक कहावत है कि झूठ को सौ बार बोलने पर वह सच नहीं हो जाता है। इसी प्रकार कोई गलत सूचना आपके पास यदि कई बार या कई सोर्स से आए तो भी वह गलत ही रहेगी। ऐसे में उसके ज्यादा बार आने से उसे सच न मानें।


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