छत्तीसगढ़ के हाथियों ने सोनभद्र में मचाया उत्पात 7 साल की बच्ची को कुचलकर मार डाला

टीम भारत दीप |

ग्रामीणों ने बच्ची की मौत की सूचना तत्काल बीजपुर पुलिस को दी।
ग्रामीणों ने बच्ची की मौत की सूचना तत्काल बीजपुर पुलिस को दी।

छत्तीसगढ़ से बहक कर यूपी पहुंचा हाथियों का दल अब मुसिबत बनता जा रहा है। फसलों के साथ ही आबादी क्षेत्र में पहुंचकर भारी नुकसान कर रहा है। रविवार रात को सोनभद्र जिले की सीमा में घुसा यह दल एक गांव में पहुंचकर कई घरों को नुकसान पहुंचाया।

सोनभद्र। छत्तीसगढ़ से बहक कर यूपी पहुंचा हाथियों का दल अब मुसिबत बनता जा रहा है। फसलों के साथ ही आबादी क्षेत्र में पहुंचकर भारी नुकसान कर रहा है।

रविवार रात को सोनभद्र जिले की सीमा में घुसा यह दल एक गांव में पहुंचकर कई घरों को नुकसान पहुंचाया। इसी दौरान एक हाथी के पैरों तले कुचलकर एक सात साल की बच्ची की मौत हो गई।इससे ग्रामीण दहशत में आ गए।

गांव में हाथियों के आतंक की सूचना पर वनविभाग भी रातभर निगरानी में जुटा हुआ, रविवार-सोमवार रात की घटना के बाद व​नविभाग के कर्मचारियों ने गश्त बढ़ा दी है। 

जानकारी के अनुसार, छत्तीसगढ़ के सेंचुरी एरिया से हाथियों का झुंड भटक कर रविवार की रात सोनभद्र जिले में घुस गया था। झुंड ने बीजपुर थाना क्षेत्र और जरहां वन रेंज के नेमना गांव में जमकर उत्पात मचाया।

हाथियों ने गांव में ही सात साल मासूम बच्ची को कुचलकर मौत के घाट उतार दिया।हाथियों ने नेमना निवासी जगजीवन राम के घर की दीवार तोड़कर घर में रखे धान, मक्का को बोरा सहित बाहर फेंक दिया और खाने लगे।


हाथियों को देखते ही लोग घर से निकल कर भागे। इस दौरान हाथियों ने सुनैना(7) पुत्री रामसजीवन को सूंड़ से उठाकर पटक दिया। इसके बाद पैर से कुचलकर मौत के घाट उतार दिया।

घर में सो रहे अन्य परिजन अपनी जान बचाकर भाग गए। वहीं हाथियों ने नेमना गांव में सुग्रीव प्रसाद, किशुन देव, अर्जुन प्रसाद, सियाराम, राधाकृष्ण, रामजी और शिवप्रसाद की फसलों को नुकसान पहुंचाया है।

ग्रामीणों ने बच्ची की मौत की सूचना तत्काल बीजपुर पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पीआरबी और थाने की पुलिस घटना स्थल पर पहुंच कर बच्ची को धन्वंतरी चिकित्साल्य बीजपुर ले गई, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।

वन क्षेत्राधिकारी मोहम्मद जहीर मिर्जा ने बताया कि रातभर वन विभाग की टीम हाथियों की निगरानी में लगी हुई है। रात होने और घना जंगल होने की वजह से हाथियों ने घटना को अंजाम दे दिया। हाथियों को छत्तीसगढ़ के जंगल में खदेड़ा गया है।
 


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