अमरोहा: ऐतिहासिक दीपदान के लिए प्रशासन ने सशर्त दी अनुमति

टीम भारतदीप |

प्रशासन ने दीपदान के लिए सशर्त अनुमति दी है।
प्रशासन ने दीपदान के लिए सशर्त अनुमति दी है।

कोरोना वायरस को देखते हुए प्रशासन ने दीपदान के लिए सशर्त अनुमति दी है। गंगा तिगरी घाट पर इस वर्ष कोरोना की वजह से कोई नहीं जा पाएगा। प्रशासन की तरफ से शर्त रखी गई है कि परिवार से सिर्फ दो लोग ही दीपदान कर सकेंगे।

अमरोहा। कोरोना वायरस को देखते हुए उत्तर प्रदेश के अमरोहा में ऐतिहासिक गंगा मेला नहीं लग पाया है। लेकिन प्रशासन ने दीपदान के लिए सशर्त अनुमति दी है।

अमरोहा जिला अधिकारी उमेश मिश्रा ने पुलिस अधीक्षक विपिन टांडा के साथ गंगा तिगरी घाट का निरीक्षण किया। गंगा तिगरी घाट पर इस वर्ष कोरोना की वजह से कोई नहीं जा पाएगा। प्रशासन की तरफ से शर्त रखी गई है कि परिवार से सिर्फ दो लोग ही दीपदान कर सकेंगे।

आपको बता दें कि गंगा नदी बैराज डैम से अमरोहा होकर गुजरती है। गंगा तिगरी घाट पर हर वर्ष 20 लाख से ज्यादा श्रद्धालु कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान करने के लिए आते हैं लेकिन इस वर्ष कोरोना महामारी की वजह से रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही इस वर्ष गंगा स्नान पर भी पाबंदी है।

दीपदान की तैयारियों को देखते हुए अमरोहा पुलिस अधीक्षक विपिन टांडा ने जिला अधिकारी उमेश मिश्रा के साथ गंगा तिगरी घाट का निरीक्षण किया। पुलिस अधीक्षक का कहना है कि कोरोना महामारी की वजह से अमरोहा का ऐतिहासिक गंगा मेला इस वर्ष नहीं लग लाया लेकिन दीपदान करने की छूट दी गई है।

इसके साथ ही उन्होंने बताया कि दीपदान करने के लिए परिवार से सिर्फ दो लोग ही जा पाएंगे। बताते चले कि कार्तिक पूर्णिमा से 1 दिन पहले मृत आत्माओं की शांति के लिए गंगा किनारे दीपदान किया जाता है।

मान्यता है कि शास्त्रों के अनुसार महाभारत युद्ध के बाद पांडवों ने तिगरी घाट पहुंचकर कौरवों की आत्मा की शांति के लिए गंगा किनारे दीपदान किया था। तभी से अमरोहा के तिगरी गंगा घाट पर यह परंपरा चली आ रही है।

जानकारी के मुताबिक सोशल डिस्टेंस के साथ दोपहर 2:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक सभी लोग दीपदान में शामिल हो सकेंगे।


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