दबंग पर कार्रवाई की मांग को लेकर टंकी पर चढ़ा​ अधिवक्ता  का परिवार 60 घंटे बाद नीचे उतरा

टीम भारत दीप |

अधिवक्ता का परिवार गांव के दबंग से परेशान होकर गांव से बाहर रहने को मजबूर है।
अधिवक्ता का परिवार गांव के दबंग से परेशान होकर गांव से बाहर रहने को मजबूर है।

दबंग द्वारा सताया गया और पुलिस प्रशासन की लापरवाह पूर्ण कार्रवाई से नाराज एक एक अधिवक्ता अपने परिवार के साथ पानी की टंकी पर चढ़ गया था। जिसे नीचे उतारने के लिए जिला प्रशासन तीन दिन से प्रयास कर रहा था। जिला प्रशासन की 61वें घंटे की मेहनत के बाद परिवार नीचे उतरने को तैयार हुआ।

प्रयागराज। दबंगों द्वारा सताया गया और पुलिस प्रशासन की लापरवाह पूर्ण कार्रवाई से नाराज एक एक अधिवक्ता अपने परिवार के साथ पानी की टंकी पर चढ़ गया था।

जिसे नीचे उतारने के लिए जिला प्रशासन तीन दिन से प्रयास कर रहा था। जिला प्रशासन की 61वें घंटे की मेहनत के बाद परिवार नीचे उतरने को तैयार हुआ।  

मालूम हो कि कैंट के बेली गांव स्थित पानी की टंकी पर चढ़े अधिवक्ता व उसके परिजनों को लगातार समझाया जाता रहा था। आखिरकार 61वें घंटे में मेहनत रंग लाई और परिवार को सकुशल नीचे उतार लिया गया। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार टंकी पर चढ़ा अधिवक्ता का परिवार गांव के दबंग से परेशान होकर गांव से बाहर रहने को मजबूर है। अधिवक्ता के परिवारवालों को नीचे उतारने में अहम भूमिका निभाने वाले हरदोई जिला अधिवक्ता संघ के उपाध्यक्ष केके सिंह ने बताया कि दबंगों के चलते वह पिछले चार साल से अपने गांव से बाहर रहने को मजबूर है।

दबंग पर 10 मुकदमे पहले से दर्ज हैं। इसके बाद भी पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। यह भी आरोप लगाया कि उसका घर गिरा दिया गया। यही नहीं उसके भाई विवेक के अपहरण के मामले में पुनर्विवेचना के प्रार्थनापत्र पर भी विचार नहीं किया गया।  60 बीघा जमीन होने के बाद भी वह दबंगों के डर से बाहर रहने के चलते वह खेती भी नहीं कर पा रहा है। अधिवक्ता विजय तीन भाई व एक बहन में सबसे बड़ा है।

बहन व छोटे भाई टंकी पर उसके साथ चढ़े थे जबकि मझला भाई विवेक 2016 में गायब हो गया जिसका अब तक पता नहीं भाई की तलाश और दबंग पर कार्रवाई की मांग को मनवाने के लिए वह टंकी पर परिवार समेत चढ़ा था। अधिकारियों से उचित कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद परिवार सहित अधिवक्ता ​नीचे उतर गया। 


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