आगरा:परीक्षा परिणाम पर जबरदस्त आक्रोश,लॉ छात्रों ने लिखा खून से पत्र,दी आत्मदाह की चेतावनी

टीम भारत दीप |

विधि के 5 छात्रों ने सूबे के सीएम को अपने खून से एक पत्र लिखकर गुहार लगाई है।
विधि के 5 छात्रों ने सूबे के सीएम को अपने खून से एक पत्र लिखकर गुहार लगाई है।

आगरा यूनिवर्सिटी द्वारा एलएलबी व बीएलएलबी के 90 प्रतिशत छात्र छात्राओं को एक साथ फेल किये जाने पर विधि छात्रों में जबरदस्त आक्रोश है। यह आक्रोश दिनों दिन गहराता ही जा रहा है। दरअसल बीते 1 जनवरी को जारी हुए विधि परीक्षा परिणाम के बाद से ही डीएस काॅलेज के विद्वार्थी निरन्तर छात्र नेता अमित गोस्वामी के नेतृत्व में आंदोलन कर रहे है।

अलीगढ़। आगरा यूनिवर्सिटी द्वारा एलएलबी व बीएलएलबी के 90 प्रतिशत छात्र छात्राओं को एक साथ फेल किये जाने पर विधि छात्रों में जबरदस्त आक्रोश है। यह आक्रोश दिनों दिन गहराता ही जा रहा है। दरअसल बीते 1 जनवरी को जारी हुए विधि परीक्षा परिणाम के बाद से ही डीएस काॅलेज के विद्वार्थी निरन्तर छात्र नेता अमित गोस्वामी के नेतृत्व में आंदोलन कर रहे है।

यहां धरना प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो फिर आत्मदाह करने को भी मजबूर होंगे। बीते दिनों छात्र नेता अमित गोस्वामी के नेतृत्व में सैकड़ों छात्रों द्वारा काॅलेज कैम्पस में कई गयी तालाबंदी व विरोध प्रदर्शन के दौरान कुलपति ने छात्रों से बुधवार तक का समय मांगा था और छात्र हित में कदम ठोस कदम उठाए जाने का आश्वासन भी दिया था ।

वहीं आश्वासन के लिए मिली समय सीमा से दो दिन पूर्व ही पासिंग नम्बर देकर बर्बाद भविष्य को बचाये जाने की मांग को लेकर विधि के 5 छात्रों ने सूबे के सीएम को अपने खून से एक पत्र लिखकर गुहार लगाई है। वहीं यह पत्र यूनिवर्सिटी के वीसी व कालेज के प्राचार्य को भी प्रेषित किया गया है। पत्र में बुधवार को छात्र हित में निर्णय न आने पर प्राचार्य कार्यालय पर आत्मदाह का एलान किया गया।

जिसके बाद अब इस पत्र को लेकर हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि सोमवार को डीएस काॅलेज पहुंच कर विधि अंतिम वर्ष के पांचों छात्रों मोहित चैधरी, विक्रम पण्डित, गौरव, विकास उपाध्याय, गौरव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री व आगरा यूनिवर्सिटी के कुलपति व डीएस काॅलेज के प्राचार्य के नाम अपने खून से पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाकर प्रशाशन में खलबली मचा दी है।

इस पत्र में कहा है कि 'परीक्षा से पहले ओएमआर सीट का छात्रों ने बार-बार विरोध किया, लेकिन शिक्षकों द्वारा कोरोना में काॅपी चैक करने से इनकार किया तो कुलपति ने छात्रों की आवाज को दबाकर हिटलरशाही के चलते ओएमआर सीट से परीक्षा कराकर उनका भविष्य बर्बाद किया है। अब जब भविष्य ही बर्बाद हो गया तो जीकर क्या फायदा।'

इसमें पांचों छात्रों ने एक सुर में वीसी को चेताया है कि बुधवार को यदि वीसी का निर्णय छात्र हित में नहीं आता तो हम ऐसे बर्बाद भविष्य के साथ नहीं जी सकते। अत: मजबूरन हम पांचो छात्र डीएस काॅलेज के प्राचार्य कार्यालय पर अपने प्राण त्यागने को मजबूर होंगें।

इसके लिए यूनिवर्सिटी के कुलपति जिम्मेदार ठहराया गया है। पत्र को लिखने के बाद पांचो छात्रों ने पत्र डीएस काॅलेज की कार्यवाहक प्राचार्या डाॅक्टर बीना अग्रवाल एवं चीफ प्राॅक्टर डाॅक्टर मुकेश भरद्वाज को सौंपा है।
 


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